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मड़ियाहू तहसील के पट्टी गांव मे सतसंग व भण्डारा का आयोजन,हजारों लोगो को मिला संत दर्शन का लाभ, ईश्वर एक,पाने की विधि एक,प्राप्ति वाली स्थिति भी है एक,श्री लाले महाराज

जौनपुर। मड़ियाहू तहसील के जमालापुर पट्टी गांव में पंकज सिंह के घर सत्संग व भण्डारा का आयोजन किया गया। परम पूज्य गुरुदेव भगवान के आदेशानुसार परमहंस आश्रम शक्तेषगढ मिर्जापुर आश्रम से आए संतों का सत्संग हुवा,जिसमें श्री लाले महाराज जी बताये कि मन का निरोध और संयम कैसे होगा,मन की बहिर्मुखता कैसे समाप्त होगा, मन अंतर्मुखी कैसे होगा,उन्होंने कहा कि जब तक एक ईश्वर के नाम का जाप नहीं करेंगे तब तक भजन में मन नहीं लगेगा, ज्यों, ज्यों नाम जपते जाएँगे ॐ अथवा राम का और सद्गगुरु के स्वरूप का ध्यान करते जाएँगे, तब भजन में मन स्थिर होता जायेगा। उन्होंने कहा कि नाम रुप लीला और धाम में कहीं न कहीं मन को लगाये रखना चाहिए,अगर मन को छुट्टी देंगे तो माया में ही भागेगा, इसलिए अहर्निश नाम जाप करना चाहिए, तभी मन बस में हो सकता है, यथार्थ गीता धर्म शास्त्र के विषय में भी उन्होंने बताया कि यथार्थ गीता के अनुसार चलेंगे तो समाज मे जो फैली कुरीतियाँ हैं उनसे छुटकारा मिलेगा। जाति, पाँति भेद भाव छुवा छूत की जो दरारें है उनसे मुक्ति मिलती जाएगी और अंत में लाले महाराज बताये कि ईश्वर एक है पाने कि विधि एक और प्राप्ति वाली स्थिति भी एक ही है और वो विधि है गीतोक्त विधि यथार्थ गीता के अनुसार विधि जब अपनायेंगे तो इसी में पूरे संसार का।कल्याण होगा, इसी क्रम मे श्री कृष्णानन्द महाराज बताये कि भक्ति क्या है। उन्होंने नवधा भक्ति के विषय में बताया कि प्रथम भक्ति सन्तन कर संगा, भक्ति के श्रोत संत महापुरुष होते हैं। उनके द्वारा भक्ति प्राप्त होती है। श्री शर्मा बाबा उर्फ़ अंकुश महाराज बताये कि दान पुण्य किए रहो तब उद्धार होगा, दान पर विशेष बल दिये कि दान परमात्मा कि तरफ़ और संग्रह संसार की तरफ़ ले जाता है। उन्होंने कहा कि संतों को दान करना ही महान कार्य है। अंत में हज़ारों भक्तों ने आशीर्वचन और आशीर्वाद प्राप्त किए। पंकज सिंह लोगो मे यथार्थ गीता वितरित किये। भंडारा देर रात तक चला, हज़ारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
ॐ श्री सद्गगुरुदेव भगवान की जय

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