जौनपुर। सोशल मीडिया में धन्जय सिंह के साथ पूर्व ब्लाक प्रमुख अरविंद सिंह मखडू रामनगर के वायरल फोटो के राजनैतिक मायनों की चर्चा जफराबाद विधान सभा में लोग करने लगे है। कयास लगाया जा रहा है कि मखडू जफराबाद विधान सभा छेत्र से आगामी 2022 का विधान सभा चुनाव लड़ सकते है। इधर बीच धनंजय सिंह से बढ़ी नजदीकी के मायनों को समझा जाय तो लगता है पूर्व प्रमुख राजनीति में लम्बी छलांग लगाने के फिराक में है। अरविंद सिंह मखडू तब चर्चा में आये जब राजनीति के पुरोधा सपा नेता पूर्व प्रमुख कैलाशनाथ यादव रामनगर को मात देकर पहली बार रामनगर के निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बनें। दोबारा अपने चहेते दयाराम पटेल की पत्नी को निर्विरोध प्रमुख का ताज पहनाकर मखडू ने पटेल बिरादरी में अपनी खास जगह बनाने में सफल रहे। ब्लाक प्रमुखी की राजनीति में सफल होने के बाद मखडू विधान सभा चुनाव जीतने और विधायक बनने की हसरत को पूरा करने में जुट गये है ऐसा जान पड़ रहा है। खास करके मखडू का जफराबाद विधान सभा छेत्र मे खास भूमिका की तस्वीर समय, समय पर सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर दिखने लगा है। जिससे लोगों में चर्चा के आसार बने है। भोड़ा के एक स्कूल में वार्षिकोत्सव एवं खेलकूद प्रतियोगिता के एक कार्यक्रम मे धनंजय सिंह पूर्व सांसद, बृजेश सिंह प्रिंसु एम.एल.सी, जौनपुर, और अरविंद सिंह ,(पूर्व ब्लाक प्रमुख रामनगर) की उपस्थिति रहीं। जैसा की फोटो में भी दिख रहा है। इस छवि को देख राजनैतिक महकमे के उन जाबांजो के माथे पर बल पड़ सकता है जो खुद को राजनीति का चतुर खिलाड़ी समझ रहे है। पूर्व सांसद धन्जय सिंह और प्रिन्सू की जोड़ी जिले की राजनीति में एक मुकाम पर है। जबकि मखडू सिंह का भी मकसद राजनीति में उच्च स्थान प्राप्त करने की चाहत है। इधर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर श्री कला सिंह के सुशोभित होने से धन्जय सिंह की श्री बढ़ी है। प्रिन्सू का भाजपा से जुड़ने की चर्चा है।मखडू सिंह का भी भाजपा प्रेम समाज में विदित हैं। धन्जय सिंह का रुझान भाजपा के सहयोगी अपना दल एस की तरफ जिला पंचायत चुनाव मे दिखा। तमाम राजनैतिक समीकरणो को समझने से ज्ञात होता है कि भाजपा जौनपुर के सभी विधान सभा सीटों पर अपना परचम लहराने की रणनीति पर कुशलता से आगे बढ़ रहीं है। राजनीति के जानकार धन्जय और मखडू की छबि को देख अपने, अपने मन में कयास लगाने लगे है कि कहीं अरविंद सिंह मखडू जफराबाद विधान सभा से चुनाव लड़ने की तैयारी तो नहीं कर रहे है। राजनीति में कब क्या समीकरण बन जायेगा कुछ कहां नहीं जा सकता। जेडी सिंह