जौनपुर। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव होना है,संभावना है नव वर्ष की मंगल कामनाओ के साथ जनवरी के पहले हफ्ते चुनाव की तारीख का ऐलान हो जायेगा। ऐसा लोग कयास लगा रहे है।प्रशासनिक सूत्र भी बोल रहे हैं। उत्तर प्रदेश का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। भाजपा और सपा के टिकट को लेकर मारा,मारी है। चुनावी जंग भी इन्हीं दलों के बीच है। सरकार किसकी बनेगी इस पर चर्चा जब शुरु होती है और लोग चर्चा करते हैं तो तपाक यह लोग कहते हैं मोदी और योगी को कोई हरा नहीं सकता। 2022 में उतर प्रदेश में भाजपा की फिर सरकार बनेगी। लोग सरकार की उपलब्धियों को अंगुली पर गिनाना शुरु कर देते हैं।कुछ ऐसे भी चतुर सुजान व्यक्तित्व के धनी है उनकी कुशलता के आगे राजनीतिज्ञ फीके नजर आते हैं। वो सभी दलों की जय और विजय करते हैं और वोट उनकी जुबान पर होता है। सपा के बारे में लोग कहते है साइकिल की रेस को कोई रोक नहीं सकता, भले पंचर हो जाय वो अलग बात है। एक तरफ जहां लोग योगी को मुख्यमंत्री के रुप में देखना चाहते हैं तो दूसरी तरफ लोग अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रुप में पसंद कर रहे है। सपा उत्तर प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करेगी लोगों का रुझान है। बसपा की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहा हैं। लोग यहां तक कह रहे, लोग देखते रह जाय बसपा बाजी पलट न दे। कांग्रेस को लेकर लोगों में सुगुबुहाट शुरु है। लोग यह कह रहे हैं कि एक समय ऐसा भी आयेगा कांग्रेस का जमाना होगा। खास करके भाजपा और सपा से टिकट पाने की लोगों में चाहत है। जीताऊ उम्मीदवार की परख में भाजपा और सपा, भाजपा जीत रहा तो सपा भी जीत रहा अभी देखा जाय तो चुनावी, जनचर्चा में भाजपा जीत रहीं। यह उनके समर्थक मान रहे है। दूसरी ओर सपा जीत रहीं यह उनके समर्थक कह रहे है। नाराजगी का दंश दोनों दलों को झेलना पड सकता है।टिकट पाने वालों की लम्बी लाइन है।जिसको मिला वह तो खुश, जिसको नहीं मिला वह नाराज। जेडी सिंह