जौनपुर। भारत देश के प्रत्येक मतदाता को चाहिए लोकतंत्र को स्वच्छ बनाने के लिए अपराधी प्रवृत्ति के उम्मीदवार को मतदान करने से परहेज करे। देश के सभी राजनैतिक दलो को भी चाहिए ऐसे उम्मीदवार को लोकसभा का उम्मीदवार न बनाये। जो आपराधिक मामले मे संलिप्त है। मतदान करने का अधिकार हर भारतीय का है। जब हम मतदाता है तो स्वच्छ छवि और निर्मल चरित्र के उम्मीदवार को मतदान करे। चाहे वह जिस दल का है। आज अगर देखा जाय तो अधिकांश राजनैतिक दलो के अधिकांश माननीयो पर आपराधिक मामले दर्ज है। इसके बावजूद चुनाव मे उम्मीदवार बनाया जाता है। चुनाव लडते है जीतते है। फिर माननीय बन जाते है। वोट की राजनीति और सत्ता के लालच मे राजनैतिक दलो के रणनीतिकार कब क्या गुल खिला देगे कुछ कहा नही जा सकता है। यूपी मे एक कहावत है राजनीति मे कोई किसी का नही होता। सबके अपने,अपने दाव है। काटे से काटा निकालने की परंपरा है। राजनीति जनसेवा है। लेकिन आज की राजनीति का पूरी तरह से व्यवसायी करण हो चुका है। भाजपा काफी हद तक भयमुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने मे सफलता अर्जित की है।साथ ही भारत के दशा और दिशा को पवित्र और उत्तम बनाया है। हालांकि उसे भी चाहिए लोकसभा चुनाव नजदीक है। जिसे भी पार्टी का प्रत्याशी बनाया है या बनाने जा रही है। अगर उसका दामन कही से भी दागदार है तो उसे लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नही बनाया जाना चाहिए,सोशल मीडिया युग मे गूगल बाबा की अपनी महिमा है। जब कोई प्रत्याशी बनता है तो जनता,जनार्दन प्रत्याशियो का इतिहास खंगालने का प्रयास करती है। कुछ न कुछ दागदार करने योग्य मैटेरियल गूगल पर सर्च करने पर मिल ही जाता है। ऐसे मे जनता आपस मे प्रतिक्रिया के तहत दबी जुबान चर्चा करती है। लेकिन खुलकर बोलने का साहस नही जुटा पाती। क्योंकि उसे डर है कही फसा न दिया जाय। मानव समाज मे एक दूसरे के प्रति अविश्वास है। नफरत है। द्वेष है,आखिर वजह क्या है। वोटो के ध्रुवीकरण मे तरह, तरह का भ्रम फैलाया जाता है। लोगो को वरगलाया जाता है,लालच दिया जाता है।फिर सहारा बनकर एहसान किया जाता है। आज प्रेम का अभाव है।भाईचारा कमजोर हुआ है। रिश्तो की गहनता फीकी पड़ गयी है।राजा को न्याय का पुजारी होना चाहिए। समानता का दृष्टिकोण रखना चाहिए और स्वच्छ और पवित्र राजनीति के लिए भारत देश के सभी दलो को चाहिए अपराधीओ को लोकसभा का टिकट न दे। लोकतंत्र को स्वच्छ और पवित्र बनाने के लिए ऐसे कदम की जरुरत है।भारत के मतदाताओ की मांग है देश के सभी राजनैतिक दल 2024 के लोकसभा चुनाव मे अपराधीओ को टिकट न दे। जो दल अपराधी को अपना उम्मीदवार बनाया है उसको मतदान करने से परहेज करे। स्वच्छ लोकतंत्र भगवान राम की चाह है। आज बहुतो अच्छे ईमानदार सांसद,विधायक मंत्री भी है। जिनकी उत्तम छवि है। जनसेवा ही उनका ध्येय है। सरल है। सहज है।लेकिन उनका जीवन मर्यादित है।अपराधी किस्म के कुछ माननीयो का भवकाल टाइट है। रुतबा ऐसा है कि धरती पर सबकुछ वही है। भाग्य विधाता है। अपराधीओ के महिमामंडन का दौर है। किसी भी दल का कार्यकर्ता पार्टी का प्राण है। जब मतदाता के पास जाता है वोट मांगने माननीयो के करनी को सुनना पड़ता है।बाबजूद वह अपने दल के उम्मीदवारो को जीताने के लिए मतदाताओ से मतदान के लिए निवेदन करता है।अपराधीओ की जगह निष्ठावान पार्टी कार्यकर्ताओ को क्यो नही टिकट देते राजनैतिक दल, ऐसा सवाल मीडिया को करना चाहिए। जय श्रीराम, जगदीश सिंह संपादक, सतगुरु धाम बर्राह रामनगर जौनपुर उत्तर प्रदेश भारत। राधे, राधे
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