लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी ने कहां कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी के मार्गदर्शन में कोविड-19 के नियंत्रण के लिए बनाई गई कार्ययोजना का राज्य में अक्षरशः पालन किया जा रहा है। इससे देश की सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होने के बावजूद राज्य में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में सफलता मिली है।
उत्तर प्रदेश सरकार के लिए प्रत्येक व्यक्ति का जीवन महत्वपूर्ण है। प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए कहीं भी उपचार, दवा आदि आवश्यक संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
कोविड-19 से बचाव के लिए सतर्कता अत्यन्त आवश्यक है। वर्तमान में अनलाॅक अवधि में ट्रेनें संचालित की जा रही हैं। घरेलू उड़ानें भी प्रारम्भ हैं। इसके दृष्टिगत डोर-टू-डोर सर्वे एवं काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए पूरे प्रदेश में 70 हजार से अधिक टीमें बनाई गई हैं।
प्रत्येक जनपद में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कन्ट्रोल सेंटर की स्थापना की गई है। राज्य में प्रतिदिन कोविड-19 की एक लाख से अधिक जांच की जा रही हैं। प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए 01 लाख 51 हजार से अधिक बेड उपलब्ध हैं।
प्रदेश के हर जनपद में एल-2 एवं एल-3 के कोविड अस्पताल स्थापित कर उसमें वेन्टीलेटर सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में 500 से अधिक लेवल-1, 77 लेवल-2 एवं 26 लेवल-3 के कोविड अस्पताल संचालित हैं।
आज बी.आर.डी. मेडिकल काॅलेज, गोरखपुर में निर्माणाधीन 500 शैय्या वाले सुपर स्पेशियलिटी बाल रोग चिकित्सा संस्थान का निरीक्षण किया। 30 अगस्त, 2020 तक इस संस्थान का कार्य पूर्ण हो जाए, इस हेतु अधिकारीगणों को निर्देशित किया है।
बी.आर.डी. मेडिकल काॅलेज, पूर्वी उ.प्र. बिहार, नेपाल के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराता है। यहां 200 बेड का कोविड अस्पताल संचालित है। इसके अतिरिक्त बाल चिकित्सा संस्थान के भवन में भी 300 बेड का नया डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए किसी भी संसाधन की कमी न होने दी जायेगी। इस अस्पताल के बन जाने से देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज आदि जनपदों के निवासियों को भी और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी।
गोरखपुर जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि 100 बेड के टी.बी. चिकित्सालय में भी 100 बेड का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाया जाए। इस अस्पताल में लेवल-2 एवं लेवल-3 की सुविधाएं प्रदान की जाएं।