Home / खबर विशेष / कोई भी फिल्म बेगैर ठाकुर और पुलिस के हिट नही होती है, पुलिस को जातिबादी नही मानवताबादी होना चाहिए, देबय पटक के मार चचा विधायक हउवे न जाने अचानक क्यों सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक राकेश पाठक मधुर याद आ गये
कोई भी फिल्म बेगैर ठाकुर और पुलिस के हिट नही होती है, पुलिस को जातिबादी नही मानवताबादी होना चाहिए, देबय पटक के मार चचा विधायक हउवे न जाने अचानक क्यों सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक राकेश पाठक मधुर याद आ गये
जौनपुर। पुलिस को जातिबादी नहीं मानवतावादी होना चाहिए।जनसेवा की यह सर्वोच्च संस्था सजग है।न्याय की पक्षधर पुलिस अब अन्याय को बढ़ावा दे रही है। सत्य को खोजने वाली पुलिस असत्य मे उलझ रही है। जन,जन की सेवा को तत्पर पुलिस बंदनीय नहीं निन्दनीय है। कारण चाहे जो भी हो।पुलिस से अधिकांशतःलोग डरते है।गांव हो या शहर लोग यह कहने मे नहीं चूकते भाई पुलिस है कहीं फसा न दे। पुलिस अपने अधिकार का दुरुपयोग करते नजर आ रही है।वजह साफ है राजनैतिक दबाव, जायज,नाजायज काम का दौर चल रहा है। जौपुर के सुप्रसिद्ध गायक स्व. राकेश पाठक मधुर इस गीत को जब गाते थे तालियों की गडगडाहट होती थी।देबय पटक के मार चचा विधायक हउवे। जिस दिन पुलिस अपने मिशन के प्रति ईमानदारी से काम करना शुरु कर देगी। समाज मे बदलाव के संकेत दिखने लगेंगे।पुलिस मिशन राजनीतिकरण का शिकार हो चुका है।फिल्म चाहे जो भी हो ठाकुर और पुलिस के बगैर हिट नही होती।दोनो की भूमिका नाकारात्मक ज्यादे साकारात्मक कम ही फिल्मकार जनता के बीच दिखाते हैं। जेडीसिंह