जौनपुर। नेवढिया थाना क्षेत्र के बर्राह गांव स्थित सतगुरु धाम में अखबार कार्यालय में खबर लिखने का काम किया, रात का समय था, सो गया, गहरी नींद आ गयी,इधर चाहरदीवारी डाक कर चोर अन्दर घुसे और मोबाइल और टीशर्ट चुरा ले गये,जिसमें द्रब्य भी था। सुबह नींद खुली तो मोबाइल व टीशर्ट गायब। इधर,उधर खोजने पर टीशर्ट और जेब में रंखा कुछ कागजात बिखरा कुछ दूरी पर मिला,धन गायब था, नेवढिया पुलिस को फोन पर सूचना के साथ लिखित प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन पुलिस ने जरा भी ध्यान न दिया। जौनपुर पत्रकार संघ के मडियाहू तहसील ईकाई के अध्यक्ष को घटना से अवगत कराया। जिन्होंने नेवढिया के उस समय के थानेदार अमरेन्द्र पाण्डेय से कई बार बात किये,यहाँ तक सीओ से भी कहे,आश्वासन मिला मोबाइल मिल जायेगा। कई महीने बीत गया लेकिन चोरी की घटना का न तो खुलासा हुआ न तो मोबाइल मिल सका। पुलिस को दिये प्रार्थना-पत्र में जान को खतरा भी बताया। लेकिन पुलिस पूरी तरह से मूक दर्शक बनी हुई है। ऐसा जान पड़ता है पुलिस राजनैतिक दबाव की वजह से मामले को दबाना चाहती है। मुझे राजनैतिक व बौद्धिक आराजकता से बहुत डर लग रहा है,क्योंकि बेटे पर भी प्राण घातक हमला कुछ वर्षों पहले हो चुका है। जेडी सिंह संपादक