लखनऊ। राजनीति में कोई किसी का नहीं होता। ऐसा जान पड़ता है जिसको इसका लत लग जाय वह एक दूसरे को सीढ़ी बनाकर चढता जाता है और नीचे के सीढ़ी के डंडे को तोड़ देता है कि ताकि कोई दूसरा हमारी बराबरी न कर सके। अपना दल के संस्थापक डाक्टर सोने लाल जी थे। जबसे स्वर्गवासी हो गये दल को लेकर माई और बिटिया का मन मुटाव हो गया। अपना दल विवादित हो गया। पिता की विरासत न्यायालय में विचाराधीन है। डाक्टर साहब के नाम धडाधड कई नये दल का गठन हुआ। अपना दल एस अनुप्रिया तो अपना दल कमेरावादी माता कृष्णा का गठन हुआ। पटेल समाज को अपनी, अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास जारी है। अपना दल से कमेरा समाज पूरी तरह से जुड़ा था। नया,नया दल बनने के बाद अब यह समाज ऊहापोह में है। कुछ का झुकाव माता की तरफ तो कुछ का झुकाव बेटी की तरफ है। इधर भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को हर हाल में जीतने का प्रयास कर रही है और पूर्ण बहुत से सरकार बनाने के फिराक में है। भाजपा माता और बेटी का मिलाप चाहती है। ताकि उसका वोट बैंक सुरक्षित रह सके और मिशन सफल हो सके। इधर सोशल मीडिया में टीवी चैनल का एक क्लिप वीडियो लगभग एक मिनट का वायरल है। जिसमें माता को सच्चा बताया गया है और बेटी को झूठा। टीवी पर महिला पत्रकार ने पूछा है क्या संभव है 2022 के विधानसभा चुनाव में मा और बेटी एक मंच से हाथ हिलाते दिखेगी। अनुप्रिया ने कहा प्रयास चल रहा है। वैसे तो मै मा से मिलने जाती हूँ, आशीर्वाद लेती हूँ,मा का स्थान सर्वोच्च है। साकारात्म विचार है। नाकारात्मक विचार में मै विश्वास नहीं रखती। अब राजमाता कृष्णा की बात, जब चुनाव आता है तब अफवाह के माध्यम से हम तक खबर पहुँचती है। हिम्मत हो तो आशीष और अनुप्रिया आकर हमसे बात करें मै जबाब दूंगी। अनुप्रिया की सियासत भाजपा के साथ है तो पल्लवी की सियासत सपा के साथ हो सकती है। ऐसे में अपना दल कमेरावादी का यदि सपा से गठबंधन हुआ तो उसके सीटों में इजाफा हो सकता है। ऑलरेडी उसके पास वोट बैंक है। पटेल वोटों के ध्रुवीकरण को भाजपा रोकना चाहती है। माता कृष्णा यह भी कह रही भाजपा दबाब बना रहीं है तो अनुप्रिया के माई क याद आवत हव। राजनैतिक गलियारों में यह जोरदार चर्चा है कि अमित शाह की खोपड़ी लगेगी तो सब ठीक हो जायेगा। 22 सितंबर को अपना दल कमेरावादी का प्रयागराज में राष्ट्रीय अधिवेशन है। पार्टी के जौनपुर जिलाध्यक्ष सुनील कुमार पटेल और मडियाहू के नेता विनय सिंह झगडू ने कहां अधिवेशन में अपार भीड़ होगी,प्रयागराज के अधिवेशन से तय होगा उत्तर प्रदेश का राजनैतिक भविष्य। जेडी सिंह संपादक सतगुरु दर्पण जौनपुर