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भाजपा नेवढ़िया मंडल की पहल पर शिव भक्त हरिहर दास की तपोभूमि पर सतगुरु दर्पण द्वारा सुबहों, शाम अटल जी के नाम के कार्यक्रम की प्रस्तुति और 29 अगस्त को भव्य भंडारा

जौनपुर। हिन्दू धर्म की हर पंरपरा का निर्वहन करते हुए भाजपा अटल जी के जीवन से जुड़े अंतिम संस्कार को यादगार बनाने मे जुटा हुआ है। शव यात्रा मे उमडा़ आस्था का जनसैलाब और अस्थि कलश यात्रा मे जिस ढंग से देश के आमजनमानस की आस्था दिख रही है लोग शीश नवाकर अस्थि कलश पर श्रद्धा के फूल चढ़ाकर अपने लोकप्रिय नेता को भाव पूर्ण श्रद्धाजंलि दे रहे है। इधर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्षों को अस्थि कलश सौप दिये। सूत्रों की माने तो  अस्थि कलश यात्रा में हर जिले में एक मंत्री  शामिल होगा।  बीजेपी ने ऐसा प्लान किया है कि अटल अस्थि कलश यात्रा हर जिले में निकाली जाए। जिससे जो कार्यकर्ता या उनका प्रशंसक इस यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दे सके। तय किया गया है कि अस्थि कलश यात्रा में हर जिले में एक मंत्री होगा और एक सभा भी होगी। जिसमे सभी अपने विचार अटल जी के लिए रख पाएंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील कुमार उपाध्याय ने बताया कि  कि चौबीस अगस्त को जौनपुर मे अटल जी की अस्थि कलश यात्रा दोपहर बाद दो बजकर पैतालीस मिनट पर पहुचेगी। रामसमुझ उपाध्याय के नेतृत्व मे अटल कलश यात्रा का स्वागत किया जायेगा। शहर के विभिन्न स्थानों पर कलश यात्रा दर्शानार्थ रंखा जायेगा।जहां लोग पुष्पपांजलि अर्पित कर भाव पूर्ण भावभीनी श्रद्धाजंलि अपने लोकप्रिय नेता को देगें।

उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले की प्रमुख नदियों में अटज जी की अस्थियां  प्रवाहित की जाएगी। इस सम्बन्ध में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी अटलजी की कर्मभूमि रही है। यूपी के हर क्षेत्र से उनका लगाव था। ऐसे में जनभावनाओं को देखते हुए तय किया गया कि प्रदेश की प्रमुख नदियां जिसमे गंगा, घाघरा, गोमती और सरयू जैसी नदियों में अटलजी की अस्थियां प्रवाहित की जायेंगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अटल की अंतिम यात्रा में शामिल हो सके।

अटल की याद में योगी सरकार स्मारक बनवाएगी। सरकार ने फैसला लिया है कि बटेश्वर से लेकर लखनऊ तक अटल की याद में स्मारक बनवाये जायेंगे। जिसमे जन्मस्थान बटेश्वर, उच्च शिक्षा के लिए कानपुर, बलरामपुर से पहली बार सांसद बने  और लखनऊ उनकी कर्मभूमि रही। यहां से वे 5 बार सांसद चुने गए। जबकि गोरक्षपीठ में स्मारक बनाया जायेगा। अटल का गोरक्षपीठ के तत्कालीन पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ से बेहतर रिश्ते थे। अमूमन पूर्वांचल में चुनाव प्रचार की शुरुआत वह गोरखपुर से करते थे। इधर गांव मे भी अटल जी के निधन पर शोक है। ग्रामीण अपने ,अपने तरीके से भाव पूर्ण श्रद्धाजंलि दे रहे है। भाजपा नेवढ़िया मंडल मड़ियांहू. कठिरांव मार्ग स्थित बर्राह सरोवर के पास स्थित तिवारी बाबा देव स्थान पर 29 अगस्त को अटल जी की तेरही संस्कार के उपलक्ष्य मे भव्य भन्डारे का आयोजन किया है। इधर भाजपा के वरिष्ठ नेता लुटुर सिंह अटल जी के निधन के बाद से ही खासे गम मे है। सर का बाल मुड़वाकर धार्मिक अनुष्ठान पर बैठे है। अटल जी का चित्र तिवारी बीर बाबा के पास रंखा गया है। गांव व आसपास गावों के लोग आते है और चित्र पर पुष्प चढ़ाकर लोकप्रिय नेता को भाव पूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित कर रहे है। हिन्दी दैनिक सतगुरू दर्पण अटल जी के याद मे सुबहों, शाम अटल जी के नाम के कार्यक्रम की प्रस्तुति देने की तैयारी मे जुट गया है। भाजपा नेवढ़िया मंडल की एक आवश्यक बैठक देव स्थान तिवारी बीर बाबा बर्राह मे बुधवार को मंडल अध्यक्ष  विजय कुमार पटेल की अध्यक्षता मे संपन्न हुई। जिसमें अटल जी के निमित्त हो रहे आयोजन को सफल बनाने की रुपरेखा तैयार की गयी और निर्णय लिया गया कि नेवढ़िया मंडल के हर गांव मे शोकसभा का आयोजन किया जायेगा। बैठक मे मुख्य रुप से भाजपा नेवढ़िया मंडल महामंत्री अरुण कुमार मिश्र ,मुन्नु गुरु,वृजनारायण दूबे,संजीव कुमार श्रीवास्तव,दयाशंकर सिंह, प्रदीप सिंह, उदरेज पटेल,पंकज मिश्र, संतकुमार चौबे,सुजीत कुमार पटेल,प्रमोद तिवारी, शुभम सिंह, पत्रकार,दिलीप गुप्ता, सुनील सिंह, रमेश सिंह,सिपाही लाल पटेल, जिलेदार सिंह, दयाशंकर मिश्र आदि सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। बर्राह सरोवर के चारों तरफ के वृक्ष स्थान को रमणीक बना दिये है। तिवारी बाबा मे लोगों की अपार आस्था है। दूर , दूर से लोग मनोकामना पूर्ण होने पर बाबा के दर्शन को आते है। सात बीघे मे फैले तालाब मे जल लबालब भरा हुआ है। तालाब के पूर्व दिशा मे शिव मंदिर है। जो प्राचीन है। गांव के ही संत हरिहर दास जो शिवभक्त थे। उन्होंने वर्षों तक  शिवसाधना की और समय आने पर शरीर छोड़ दिये। जेडीसिंह संपादक सतगुरु दर्पण

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