सतगुरु धाम। जौनपुर। उत्तर प्रदेश के अयोध्या मे राम मंदिर को लेकर सियासत तेज हो गयी है। राम मंदिर बने ऐसे ढ़ेर सारे बयान साधु. संतों राजनीतिज्ञों के आ रहे है।देखिए मंदिर बनने का काम कब शुरु होता है। मामले की सुनवाई अभी न्यायालय मे विचाराधीन है।ऐसे मे मंदिर बनेगा या नही समय बतायेगा। भाजपा राम मंदिर मुद्दे पर तटस्थ है। सौ करोड़ हिन्दूओं की आस्था का केन्द्र अयोध्या मे राम मंदिर बने ऐसा हर हिन्दू चाहता है। लेकिन संभव नहीं है। यदि न्यायालय का फैसला आ जाता तो काफी हद तक राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो जाता है। राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा को घेरने की तैयारी शिवसेना ने शुरु कर दिया है। आगामी 25 नवम्बर को बाला साहब ठाकरे के पुत्र उद्वव ठाकरे अयोध्या मे आ रहे है। जहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। अयोध्या मे शिवसैनिकों का जमावडा शुरु हो गया है। शिवसेना नेता गुलाब दूबे से सतगुरु दर्पण ने राम मंदिर मुद्दे पर विशेष बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहां कि राम मंदिर बनेगा। इसके लिए शिवसेना तत्पर है। आगामी पच्चीस नवम्बर को रामकथा प्रांगण मे दोपहर बारह बजे एक विशाल जनसभा को शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्वव ठाकरे संबोधित करेगें।जिसमें तकरीबन दो लाख शिवसैनिकों के आने की संभावना है। उन्होंने कहां कि पच्चीस हजार शिवसैनिकों को लेकर हम खुद अयोध्या पहुंच रहे है। उन्होंने कहां कि केन्द्र सरकार एससी. एसटी के लिए अध्यादेश ला सकती है। अयोध्या मे राममंदिर बनाने के लिए अध्यादेश क्यों नहीं ला रही है। कहां कि शिवसेना हिन्दूतत्व के एजेंडे को लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहां कि शिवसेना के कोर कमेटी के सदस्य राम लला के दर्शन करेगें।इसी क्रम मे अच्छे लाल तिवारी जिला प्रमुख जौनपुर ने कहां कि अयोध्या मे राम मंदिर बनना चाहिए। उन्होंने कहां कि 25 नवम्बर को जिले से हजारों शिवसैनिक अयोध्या जायेगे। राम मंदिर मुद्दे को लेकर शिवसेना, भाजपा को घेरना शुरु कर दिया है। अयोध्या मे शिवसैनिकों का जमावडा़ शुरु हो गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शिवसेना के कई सांसद, विधायक, मंत्री अयोध्या मे राम नाम का अलख लगा रहे है। यू.पी मे भाजपा की सरकार है। योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री है। नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री है। भाजपा भी राममंदिर बनाने की पक्षधर है। सवाल यह उठता है क्या .भाजपा या शिवसेना राममंदिर बनवा पायेगी। लोकसभा चुनाव भी नजदीक आ रहा है। अभी राममंदिर विवाद न्यायालय मे विचाराधीन है। ऐसे मे भाजपा या शिवसेना राममंदिर कैसे बना पायेगी। केन्द्र सरकार राममंदिर बनाने के लिए अध्यादेश लाये तो मंदिर बनने मे आसानी हो सकती है. जेडीसिंह