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न्याय मंदिर के आदेश पर अयोध्या मे बनेगा राममंदिर, कुंभ मे स्नान करना फलदायी, पृथ्वी की परिक्रमा करने से आत्मा को मिलती है शांति

मड़ियाहूं। जौनपुर। पंचायती अखाडा़ के साधु विचरण पर है। शनिवार सुबह दस बजे स्थानीय विधायक डा. लीना तिवारी के आवास पर पहुंचे। जहां उनका आवभगत हुआ।तत्पश्चात सतसंग शुरु हुआ। सवाल. विश्व अशांति की ओर   है शांति कैसे आयेगी। आनंद गिरि का जबाब. हर मनुष्य को खुद मे शांति ढूढ़नी होगी। आत्मा शांति की परिचायक है। आत्मा महान है। जिसका अंत नही है। मन चलायमान है। जिसे स्थिर करने की जरुरत है। व्यक्ति को खुद को जानना होगा। हम कौन है। जब हम खुद को महसूस करना शुरु करेगें तो शांति का अनुभव होने लगेगा। पागल बाबा ने कहां कि मन की तरंगें मार लीजिए हो गया भजन। आदत बुरी सुधार लीजिए हो गया भजन। अयोध्या मे राममंदिर बनने के सवाल पर कहां कि न्याय मंदिर के आदेश पर राममंदिर बनेगा। बाबा ने कहां कि हम सभी पंचायती अखाडा़ के साधु है। तीन महीने से विचरण पर है। जूनागढ़, गिरनार, नासिक, उज्जैन से मड़ियाहूं होते हुए काशी जायेगे। वहां से गंगा सागर जायेगे। लौटकर प्रयागराज कुंभ आयेगे। जहां स्नान करेगें। प्रयाग की महिमा के बारे बताया कि कुंभ मे स्नान करना फलदायी है। पुण्य का लाभ मिलता है। हंसगिरि ने कहां कि साधु,साप,साड़ विचरन्त होते है। एक जगह स्थायी नही रह सकते। धर्म को बढा़ये। शांति का अनुभव होने लगेगा। नारायण गिरि ने कहां कि पृथ्वी की परिक्रमा करने से आत्मा को शांति मिलती है। सतसंग के दौरान इन्जीनियर सात्विक तिवारी, मिथिलापति तिवारी, श्रीप्रकाश मिश्र सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। जेडी सिंह

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