जौनपुर। भारत देश के हर व्यक्ति की अपनी. आजादी है। अपनी सोच और विचार धारा है। बहुतों लोग राजनैतिक दलों के लिए काम कर रहे है। हर राजनैतिक दल की अपनी विचारधारा है। मानव सेवा का ब्रत लेकर ये दल सबके दिलो पर राज कर रहे है। सत्ता की भूख है जिसका हर कोई स्वाद लेने के चक्कर मे है।एक बार जिसकों सत्ता मिल गयी,वह बार.बार इच्छुक है। सत्ता पाने की। भारत अजीबो. गरीबों देश है। जिसे न अग्रेज समझ पाये न ही मुगल। सत्ता सुख की अनूभूति हुई। लेकिन जितने दिनों तक ईश्वर चाहा। आज भारत ही नहीं विश्व मे मोदी नाम की गुंज है। कुछ तो है वजह। भारत की संस्कृति मे कण. कण मे ईश्वर के होने की बात है। भारत देश के यूपी मे दुनिया का सबसे बडा धार्मिक आयोजन प्रयागराज कुंभ मे चल रहा है। अद्भुत ईश्वरीय दुनिया का समागम है। जाहि.जाहि मे मगन ताही.ताही मे मगन। एक सुखद दिव्य आलोक का संचार विश्व समुदाय को शांति का संदेश दे रहा है। भारत दर्शन आत्मिक ज्ञान का भंड़ार है। जिसे समझ पाना मुश्किल और मुमकिन है। भारत वह देश है जो हर धर्मों मे भगवान को देखता है। एक नाम मोदी तो दूसरा नाम योगी। भारत की धार्मिक मान्यताओं को बढा़ रहे है। जिस देश की संकृति खत्म हो गयीं वह देश खत्म हो गया। बात विचारधारा की है। जिले के भाजपा नेता सरदार
सिंह, हरीशचंद्र सिंह मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री के रुप मे देखना पसंद कर रहे है तो सपा नेता लोरिक यादव इसके उलट है उनका मानना है महागठबंधन का प्रधानमंत्री बनेगा। यह है विचार धारा। होना वहीं है जो रामजी चाहगें। मर्जी अपनी. अपनी। मोदी का विरोध है तो वहां मजबूती है। दोबारा ज्यादा संभावना दिख रहा। जेडीसिंह सिंह सतगुरु धाम
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