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उत्तर प्रदेश सरकार से भी पावरफुल है बर्राह गांव की अनैतिकता वाली सरकार, नेवढिया पुलिस ने मांगी चार दिन की मोहलत,चोरी के घटना का खुलासा न हुआ तो पुलिस कप्तान का दरवाजा खटखटाने की होगी बाध्यता

जौनपुर। गलत का विरोध मत करिये जान से हाथ धोना पड़ सकता है। जलालत छेलनी पड़ सकती है अत्याचार हो रहा है। होने दीजिए। अगर आवाज उठाओगे तो जुबान बंद कर दी जायेगी। नेवढिया थाना क्षेत्र के बर्राह गांव में धन बल की ताकत से एक अलग तरीके की सरकार कुछ वर्षों से चल रहीं है। जो अपने को उत्तर प्रदेश सरकार से पावरफुल समझ रहीं है। बर्राह में चल रही सरकार में अनैतिकता का बोलबाला है। नैतिकता के कुछ लोग पुजारी है जो भगवान के सहारे घुट, घुट कर जी रहे है। किसी प्रकार अपने स्वाभिमान को बचते बचाते जी रहे है। बर्राह गांव की अनैतिकता वाली सरकार में अपराधी बनाये जाते है,चोर बनाये जाते है,युवा पीढ़ी के गार्जियन अगर सचेत नहीं है तो उनका लाडला उनके हाथ से निकल जायेगा,शराब,गांजा,भांग का आदी हो जायेगा। या अपराधी बन जायेगा। बर्राह गांव में डाक्टर,इन्जीनियर, वकील, बिल्डर, बड़े व्यवसायी है। बहुत अच्छे  लोग भी हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे है धन बल की ताकत से अनैतिकता को बढ़ावा दे रहे है। खास बात है कि बर्राह गांव में भाजपा नेताओं की भरमार है। बाबजूद इस गांव में अत्याचार चरम पर है। बर्राह गांव में चोरों का आतंक है तमाम चोरी की घटना हुई। पुलिस को जानकारी मिली बाबजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। थाना प्रभारी नेवढिया विश्वनाथ प्रताप सिंह से बर्राह गांव में कुछ सालों में तमाम चोरी की घटना पर चर्चा हुई और घटना का खुलासा और चोर को गिरफ्तार करने की बात कहीं गयीं। आश्वासन तो मिला है घटना की जांच होगी। चार दिन का वक्त माँगा गया है। थाना प्रभारी अपनी बात पर खरे उतरते है तो ठीक है नहीं तो पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाने की बाध्यता होगी। बर्राह गांव में कुछ लोगो द्वारा फैलाई जा रहीं घिनौनी कुरीति को खत्म करके राम राज्य की स्थापना करने की चेष्टा है। कुछ लोग गलत का विरोध करने वाले है तो बहुतों लोग गलत का साथ दे रहे है जय कर रहे है। एवज में शराब पीने को मिल रहा है। खाने में मांसाहार मिल रहा और कुछ नोट भी दिया जा रहा है। मैं भी इसी गांव में जन्म लिया हूँ और चाहता हूँ यहां की अनैतिकता खत्म हो और आने वाली भावी पीढ़ी सदमार्ग पर चलकर महान विभूतियों वाला गांव का नागरिक कहलाये। जेडी सिंह संपादक सतगुरु दर्पण जौनपुर

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