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जातिवादी नही मानवतावादी बनकर मानव समाज का किया जा सकता है कल्याण, जौनपुर सांसद का पुलिस से बेअदबी से बात करने का आडियो वायरल जनमानस मे बना चर्चा का विषय

जौनपुर। धरती पर आज सोशल मीडिया और वायरल का जमाना है। कब किसके बारे मे क्या वायरल हो जायेगा कुछ कहा नही जा सकता है। बात करने की सजगता और विचारो की शुद्धता से ही इस महामारी से बचा जा सकता है। युग बदल रहा है सोच बदल रहा है। जमाना कहा से कहा चला गया है। गुगल युग के दौर मे जात• पात की बात करना और बेअदबी की सारी हदे पार कर देना पुलिस को बार, बार बत्तमीज कहना और ठाकुर जाति को टारगेट करना जौनपुर सांसद को शोभा नही देता। सांसद की एक गरिमा है। सासंद और तत्कालीन वक्शा थाना प्रभारी के बीच दूरसंचार के माध्यम से बातचीत का आडियो वायरल है। जिसमे जो बातचीत है,जनता के सामने है।शिष्टता और अशिष्टता दोनो पर लोग चर्चा कर रहे है, अधिकांश लोग सांसद को कह रहे है गरिमा का ख्याल रखकर बात करना चाहिए था। एक सासंद जनता का चुना जनप्रतिनिधि होता है। उसके द्वारा इस तरीके से बात करना लोगो को अच्छा नही लग रहा है। संसद मे एक ही जाति के सासंद तो है नही है। सभी जात के है। आखिर सांसद द्वारा इस तरीके से बात करने के पीछे की मंशा क्या है। इतना खिसियाए क्यो है। सहजता और सौम्यता के साथ सभ्यता से बात कर सकते थे। थानाध्यक्ष से ही बात करना जरुरी था। पुलिस अधीक्षक जौनपुर से बात करके अपनी समस्या रखते और निस्तारण करने की बात करते। जब कोई न सुनता तो अपने विशेषाधिकार का प्रयोग तो कर सकते थे।
तत्कालीन थानाध्यक्ष वक्शा दिव्य प्रकाश सिंह और जौनपुर सांसद श्याम सिंह यादव के बीच बातचीत का वायरल आडियो लोगो मे चर्चा का विषय बना है। बताना कुछ भी नही है वायरल आडियो से बात स्पष्ट है। पुलिस विभाग ऐसा विभाग है जो रात दिन मानव समाज की सेवा मे तत्पर है। मुसीबत के घड़ी मे माता पिता के बाद पुलिस की याद आती है। पुलिस सबकी है उसमे सब जात, धर्म मजहब के लोग सेवा भाव से जुड़कर जनता की सेवा कर रहे है। नफरत का बीज न बोये। सिर्फ आपसी भाईचारा को बढ़ावा दे। एक दूसरे का सम्मान करे और सम्मान पाये। जात, पात के ज्वाला मे आखिर कब तक धधकते रहेगे। एक न एक दिन बुझना है, राख होना है, प्रकृति से बड़ा न कोय।सासंद की गरिमा है तो पुलिस की भी गरिमा है। दोनो मिलकर देश की गरिमा को बढ़ाये तो ठीक है।जातिवादी नही मानवतावादी बनकर मानव समाज का कल्याण किया जा सकता है। जेडी सिंह

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