जौनपुर। जात पात धर्म मजहब राजनैतिक दलो के विचार धारा मे भारत देश का हर नागरिक उलझा है। कंपनियो का जाल है। आधुनिक युग है। डिजिटलाइजेशन का जमाना है। नौकरी के लाले है। बेरोजगारी की वजह से युवाओ का भविष्य अंधकार मे है। गार्जियन चिन्तित है। उत्तर प्रदेश मे अधिकांशत: दूसरे प्रदेश के ठेकेदारो का जलवा है। सरकार मे भागीदारी है। तरह तरह के टेडर्स पर आधिपत्य है। सरकार को मोटी रकम जमा करके टेन्डर लिया जा रहा है और भारी मुनाफा कमाया जा रहा है। जबकि आउटसोर्सिंग के तहत काम करने वाले से काम खूब लिया जा रहा। पगार देने मे लेट लतीफी है। दाम कम लगे काम ज्यादा हो के थीम पर सरकार आगे बढ़ रही है। सरकार के काम काज से उत्तर प्रदेश की जनता मे असंतोष है। आवाज उठाने से लोग डर रहे है। जनमानस मे चर्चा है गेंहू और चावल देकर सरकार गरीबो को भरमा रही है। बेरोजगारी और महगाई से मध्यम वर्गीय और गरीब परिवार पूरी तरह से आहत है। बोले तो किससे बोले,कौन सुनेगा किसको सुनाए,इसलिए चुप रहते है। नेतागिरी और पत्रकारिता पूरी तरह से व्यवसायिक होता जा रहा है। सबको सिर्फ रुपयो की गड्डी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार के सरकारी अधिकारी, कर्मचारी योगी बाबा के कहे से बाहर है। यहा तक सासंद विधायक मंत्री के बातो को भी कभी कभी सरकारी मुलाजिम दरकिनार करके अपने मन की करते है। उत्तर प्रदेश के गांव शहर का खूब विकास हुआ है। सुन्दर और स्वच्छ प्रदेश मे जो वर्तमान स्थिति लोगो के सामने है पीड़ा दायक है। आय है नही खर्चा ज्यादा है। शिक्षा और चिकित्सा कितना महंगा है सब जानते है। ब्लाको पर कमीशन का खुला रेट है। जो प्रधान कमीशन देगा उसको काम मिलेगा। जो नही देगा उसकी फाइल स्वीकृत होने मे समय लग सकता है। पहले लोग अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते थे। कही लोग बुलडोजर से डर तो नही गये है। ऐसा लग रहा है उत्तर प्रदेश मे योगी आदित्य नाथ मुख्यमंत्री महज नाम के है। कमान किसी दूसरे के हाथ मे है। ऐसी संभावनाओ से इंकार नही किया जा सकता है। आगामी लोकसभा चुनाव मे भाजपा को यूपी मे भारी नुकसान उठाना पड सकता है। अन्दर,अन्दर भाजपा सरकार से लोग नाराज है। खबर तो लिख दिया,सरकार के कोपभाजन का डर सता रहा है। क्योंकि भाजपा राज्य मे पीड़ा मिलता रहता है। सच्चाई लिखने का। जगदीश सिंह संपादक
Home / सुर्खियां / अपना भारत: उत्तर प्रदेश मे मध्यमवर्गीय व गरीब परिवार महगाई और बेरोजगारी से है आहत,योगी आदित्य नाथ महज नाम के है मुख्यमंत्री,प्रदेश मे चल और किसी की रही है,ठेकेदारी मे बाहरियो का बोलबाला,आउट सोर्सिंग के तहत काम करने वालो का हाल बेहाल,खबर तो लिख दिया सरकार के कोपभाजन का डर सता रहा,सच्चाई लिखने का पीड़ा समय, समय पर मिलता रहता है