जौनपुर। रामनगर विकास खण्ड के पडराव ग्राम सभा के प्रधान विकास कन्नौजिया ने बातचीत के दौरान कहा कि ग्राम सभाओ के विकास हेतु केंद्रीय और राज्य वित्त के मद को और बढ़ाया जाना चाहिए और एक सुनिश्चित समय पर ग्राम सभा के खाते मे धन स्थानांतरित किया जाय। उन्होंन कहा राज्य सरकार और केंद्र सरकार के मन्शा के अनुसार गांवो का विकास हो रहा है। सरकारी धन कब ग्राम पंचायत खाते मे आयेगा कोई भरोसा नही। ऐसे मे ग्राम प्रधानो के सामने जटिल समस्या उत्पन्न हो रहा है। मनरेगा मे श्रमिक काम करते है तो उन्हे तत्काल पैसा चाहिए,जबकि श्रमिको के खाते मे पैसा आता है। लेट आता है। ऐसे मे प्रधान को मनरेगा श्रमिको को रोज श्रम का पैसा देना पड़ रहा है। क्योंकि श्रमिक इन्तजार नही करते। इसके अलावा मनरेगा के तहत कच्चा और पक्का के रेसियो के अनुसार विकास का कार्य होता है। कच्चा काम तो प्रधान करवाता ही है पक्के कार्य मे संबंधित फर्म पर प्रधान का ही क्रेडिट चलता है। प्रधान उधारी मटेरियल लेकर पक्का काम करवाते है। फर्म का तकादा भी बार, बार सुनना पड़ता है। यदि समय से सरकारी धन का आवंटन हो जाय तो कोई समस्या नही है। जब भुगतान मे काफी बिलंब होता है तो प्रधान को काफी झेलना पड़ता है। गांवो मे ऐसे गरीब रहते है,जिनके पास बीमार होने पर और मृत्यु के समय तत्काल पैसा नही होता कि उपचार करवा सके और मृतक का दाह संस्कार कर सके। प्रधान को कैसा भी करके पैसा देना पड़ता है। गरीबो के लड़की के शादी विवाह मे भी मदद करना होता है। प्रधान ने कहा कि ग्राम सभा के पास मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की तरह प्रधान का भी एक कोष होना चाहिए,जिससे तत्काल एमरजेन्सी मे प्रधान मुसीबत मे फसे गांव वालो की तत्काल मदद करके राहत पहुंचा सके। उन्होंन कहा कि जल जीवन मिशन के तहत गांवो मे गड्डा खोदकर पाइप डाला जा रहा है। सड़को को क्षतिग्रस्त कर दिया जा रहा है। कही, कही पाइप डालकर छोड़ दिया गया है। मिट्टी से ढका नही गया है।दुर्घटना का आशंका बना है। संबंधित जन से शिकायत किया जा रहा है,उनके सेहद पर असर ही नही है। प्रधान ने कहा कि सांसद और विधायक की तरह प्रधानो को भी पेन्शन मिलना चाहिए और वेतन को बढ़ाया जाना चाहिए। जेडी सिंह