- नईदिल्ली।भारत देश में पत्रकारिता और पत्रकारों का अहम स्थान है।जनमानस को भारतीय मीडिया पर भरोसा है।प्निन्ट मीडिया हो चाहे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हो सबकाअपना अलग-अलग बजूद कायम है।अन्याय के खिलाफ सिर्फ मीडिया जूझती है।जब तक न्याय नहीं मिलता पत्रकार की कलम चलती रहती है।वहीं टीवी चैनलों पर पत्रकार के माध्यम से खबर दिखायी जाती है।वर्तमान समय में पत्रकारिता चुनौतीओ से जूझ रही है।सत्य को जनता के सामने निष्पक्षता से लाना पत्रकारिता का मूल जड़ है।सत्य बोलना,सत्य लिखना कितना घातक है आप समझ सकते हैं। इसके बावजूद जान जोखिम में रखकर पत्रकार अपने पावन मिशन को आगे बढ़ा रहा है।2019 के लोकसभा चुनाव मे जिस ढंग से सोशल मीडिया में पत्रकारों के बिषय में उलूल,जुलूल टिप्पणी की जा रही। जो बेहद खतरनाक है।आने वाले समय में यह विधा खत्म होने के आसार लग रहे है।राजनैतिक स्तर से भी पत्रकारिता प्रभावित हो रही है। वर्तमान समय में देश के जाने माने कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों के खिलाफ देश के अन्दर कुछ लोगों द्वारा गलत तरीके का माहौल बनाया जा रहा है।जैसा की सोशल मीडिया में वायरल चीजे आम तौर पर विदित है भारत देश के हर नागरिक की अपनी, अपनी राजनैतिक आस्था है। उसी हिसाब से लोग दलों को अपना मतदान करते आ रहे है। राष्ट्र हित की पत्रकारिता ही सच्ची पत्रकारिता है। पहले अपने देश की जनता के बारे में सोचना होगा। उनके सुख सुविधाओं पर चिन्ता करनी होगी।विषमताओं को दूर करना होगा। आदर्श सोच का भाव उत्पन्न करना होगा। नफरत मिटाना होगा।आपकी भाईचारा लाना होगा। भारत देश के हर नागरिक को अपना परिवार मानना होगा। सब दोष पत्रकारों पर देना नाइन्साफी है। समय काल के अनुसार पत्रकारिता दुरदिन के दौर से गुजर रही है। हम दूसरे पर अंगुली उठाते हैं लेकिन कुछ अंगुलियां यह कहती है खुद की बुराई देखों। जेडी सिंह