रामनगर। जौनपुर। भारत देश से भ्रष्टाचार खत्म हो, इस पर भी आवाज उठनी चाहिए।क्या भारत ईमानदार राष्ट्र बन सकता है। बहुत पहले कभी अधिकारी,कर्मचारी, नेता बहुत ईमानदार हुआ करते थे।आज भी है लेकिन प्रतिशत कम है, घूस लेने और देने की प्रक्रिया न के बराबर थी।इन्सानो के ईमानदारी की लोग मिशाल पेश करते थें।आज भ्रष्टाचार चरम पर है। जब भारत देश के सभी राजनैतिक दल भ्रष्टाचार मुक्त भारत का अभियान छेड़ेगे तभी यह देश भ्रष्टाचार से मुक्त होगा।सरकार चाहे जिस पार्टी की हो उसकी सोच जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जनमानस की सेवा करना है। सरकारी धन का बंदरबाट कमीशन के रुप में हो रहा है। जैसा कि आमतौर पर जनमानस में चर्चा है, गांव की सरकार को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से गावों के समुचित विकास के लिए मामूली धन नहीं आ रहा है।गावों के विकास पर करोड़ों, करोड़ों रुपये खर्च हो रहें है फिर भी गावों के विकास की समस्या अभी भी बनी है। रामनगर विकास खण्ड में 99 ग्राम सभा है। जिसके विकास के लिए अकूत धन आया है।इधर चार सालों का लेखा,जोखा को देखा जाय तो पता चल जायेगा कि यूपी सरकार ने गावों के विकास के लिए कितना धन दिया है। निष्पक्ष जांच हो तो कच्चा,पक्का कामों की गुणवत्ता का पता भी चल जायेगा। शासन,प्रशासन के सतर्कता के बाबजूद भी भ्रष्टाचार थमा नहीं।तरीका बदल गया है।आधुनिक तरीके से भी भ्रष्टाचार को रोकने का सरकार का प्रयास रहा।लेकिन कागज विकास बोल रहा है।वास्तविक धरातल कुछ और है। कुछ गावों के विकास काबिले तारीफ है तो कुछ गावों में विकास हुआ है,हो रहा है। लेकिन भ्रष्टाचार की जबरदस्त बू आ रही है, अभी हाल ही के दिनों में रामनगर ब्लाक मुख्यालय के सभागार में प्रधानो,छेत्र पंचायत सदस्यों की आवश्यक बैठक थी। जिसमें जोर,शोर से मुद्दा उठा कि कुछ ही ग्राम सभाओं में विकास हो रहा है। जिस पर खण्ड विकास अधिकारी को जबाब देना पड़ा। जब हमने अधिकारी नरेन्द्र बहादुर सिंह से बातचीत की तो इस बात की पुष्टि हुई कि सदन में यह मामला उठा था। जिसके जबाब में उन्होंने कहां कि सरकार की मंशा है हर ग्राम सभाओं का समान रुप से विकास होना चाहिए। वैसा ही हो भी रहा है। दरअसल चाहे जिस किसी दल की सरकार होती है,उनके कुछ लोगों की तूती बोलती है, उनका हनक होता है। जबकि सरकार सबकी होती है और सबके लिए काम करती है। लेकिन कुछ लोग होते है सत्ता का दुरुपयोग करके अपनी हुकुमत चलाना चाहते है। यहीं से भ्रष्टाचार को बल मिलता है। अधिकारी,कर्मचारी मन की नहीं करेंगे तो स्थानान्तरण होना तय है। भ्रष्टाचार मुक्त बने भारत,ईमानदारी का बुलंद हो झण्डा आओं हम सब मिलकर करते है प्रयास,एक दिन होंगे कामयाब। जेडी सिंह संपादक सतगुरु दर्पण जौनपुर।