जौनपुर। जीवन और जीवो के लिए वन जरुरी है। आबादी बढ़ती गयी, गांव और शहर बसते गये। वन कटते गये है। प्रकृति मे वन का विशेष महत्व है। जैसे वातावरण को संतुलित रखना। आज देखा जाय तो
बेमौसम बारिश आम बात है। गर्मी पड़ रही है तो पड़ रही है। ठंड का भी यही हाल है। ठंड जाने का नाम नही ले रही है। यह सब प्रकृति मे जो घट रहा है। जलवायु परिवर्तन की वजह से हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की मन्शा है 33 प्रतिशत भू भाग वृक्षो से आच्छादित किया जाय। वर्तमान समय मे प्रकृति मे कार्बन उत्सर्जन ज्यादा है। जो आक्सीजन को प्रभावित कर रहा है। ऐसे मे वन क्षेत्र को बढ़ावा देना होगा। मड़ियाहू तहसील क्षेत्र मे वन क्षेत्र का बेहद अभाव है। नगर के रेलवे-स्टेशन के पास मे वन विभाग का कार्यालय है।जहां वृक्षो की नर्सरी तैयार की जा रही है। यह जगह रेल विभाग की है। वन क्षेत्राधिकारी विद्या सागर ने बातचीत के दौरान वन क्षेत्र की उपयोगिता पर चर्चा करते हुए कहा कि एसडीएम से एक बार बहुत पहले बात हुई थी कि वन विभाग के लिए कार्यालय और नर्सरी उगाने के लिए भूमि आवंटित किया जाय। अभी फिर दोबारा एक बार बात करके पुनःप्रयास करते है।जमीन मिल गया तो वन क्षेत्र के विस्तार मे सहूलियत मिलेगी। आगे उन्होंन कहा कि पेड़ो का कटान रुका है। परमिट लेकर लोग पेड़ काटते है। जो काटने योग्य है, सूखा है। अधिकांश उसी पेड को काटते है। मनुष्य की आयु दिनोंदिन घट रहा है। पहले के लोग 100 का उम्र पार कर जाते थे। अब तो सत्तर व अस्सी तक आयु सीमा होती नजर आ रही है। श्री सागर ने कहा कि वन पंक्षियो के बीट से,हवा से, जल से तैयार होता है। इसके अलावा हर व्यक्ति का वृक्षो से लगाव है।लोग वृक्षारोपण करते रहते है। सरकार भी समय, समय पर बृहद वृक्षारोपण का कार्य करवाती रहती है। वन है तो जीवन है। इसके लिए हर व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा वृक्षो का रोपण करके प्रकृति के संतुलन को बराबर रखने की चेष्टा रंखे। इसी मे मानव समाज सहित अन्य जीवो की भलाई है। जेडी सिंह
Home / सुर्खियां / मड़ियाहू तहसील मे वन क्षेत्र का है अभाव,कार्बन उत्सर्जन हो रहा ज्यादा,वृक्षारोपण के लिए सभी आये आगे,जीव और जीवन को बचाने का करे पहल,विद्यासागर