सावन का पवित्र महीना चल रहा है,भगवान भोले नाथ मोदी,योगी,अमितशाह से बेहद नाराज हैं। भारत देश में एक बहुत बड़े आन्दोलन से इंकार नही किया जा सकता। जिससे देश ही नहीं दुनिया हिल जायेगी। भारत सरकार और राज्य सरकार के दोहरे चरित्र को जनता बखूबी जानने लगी है। आयुष्मान कार्ड मध्यम वर्गीय और निहायत गरीबों के लिए रामबाण साबित हो रहा है।भारत सरकार और राज्य सरकार का दोहरा चरित्र को समझिये 6 परिवार के राशन कार्ड धारकों को आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ है। पांच परिवार वाले राशनकार्ड धारक अछूते है। जबकि वह भी मध्यमवर्गीय और निहायत गरीब है। उन्हें भी उसकी जरुरत है।आखिर ऐसा क्यों,भारत सरकार और राज्य सरकार को जनता जनार्दन को बताना चाहिए, सोमवार को भोले बाबा विशेष खुश रहते है। जेडी सिंह संपादक बर्राह निवासी का सड़क दुघर्टना में तरती में टांग तोड़ दिये। ऐसा तोड़े की हड्डी भुरकुस कर दिये,तरती में डा.सुनील सिंह प्रथम उपचार में राहत दिये। हालत गंभीर देख मड़ियाहूं में एक्सरे का सुझाव दिये। राज एक्सरे से जब एक्सरे हुआ दाहिने पैर की मोटी और पतली हड्डी टूट कर झूल चुका था। पैर नहीं पड़ रहा था। लाल बहादुर बोडरापुर राम औतार हमारे खास सारथी कंधे का सहारा देकर गाड़ी में बैठायें और साथ लेकर पार्थ हास्पीटल जौनपुर लाये। सहारा देकर गाड़ी से उतार रहे थे कि हास्पीटल स्टाफ सक्रिय हुआ। आनन फानन मे अपने संसाधन से विशेष कक्ष मे ले जाया गया। सबसे पहले पूछा गया आयुष्मान कार्ड है। नहीं है। बहुतो लोगों का आयुष्मान कार्ड था। उनका उपचार निःशुल्क शुरु हो गया। इधर हमारे जैसे पांच परिवार वाले राशनकार्ड धारक भी कम न थे। अब वह भी तो मध्यम वर्गीय और निहायत गरीब थे। उनका दनादन पग पग पर खर्चा। उनको सरकार का भेदभाव फील हो रहा था। भारत देश में 90 प्रतिशत गरीबी है। दश प्रतिशत बहुत बडे़ अमीर है जैसा चाहते हैं वैसा देश सदियो से चला रहे है। विपक्ष के और पक्ष के नेताओं को बहुत मजबूती से भारत सरकार और राज्य सरकार को घेरना चाहिए। मध्यमवर्गीय और निहायत गरीब परिवार जो पांच परिवार के राशनकार्ड धारक है उनका भी आयुष्मान कार्ड बनना चाहिए। देश एक चरित्र दो। ऐसा कैसा चलेगा। समानता क्यों नहीं मोदी,योगी अमितशाह जी बतायें और मानव हित मे छूटे मध्यमवर्गीय और निहायत गरीब पांच परिवार वाले राशनकार्ड धारकों को भी आयुष्मान कार्ड बनवाने की महती कृपा करें। अगर ऐसा नहीं करते है तो पांच परिवार वाले करोड़ों राशनकार्ड धारक आन्दोलन के लिए बाध्य हो सकते है। जिसकी जबाब देही भारत सरकार की होगी। यह मानव हित से जुड़ा मुद्दा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी,सपा नेता अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो बहन मायावती,अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल,सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर जी आप सभी जन कहां सोये है जागिये। आवाज उठाइए,6 परिवार वाले राशनकार्ड धारकों को भाजपा सरकार में आयुष्मान कार्ड बना है। पांच लाख रुपए तक का मुफ्त उपचार का लाभ प्राइवेट अस्पतालों से प्राप्त कर रहे। जबकि पांच परिवार वाले राशनकार्ड धारक इससे अछूते है। भाजपा सरकार की मंशा इसके पीछे क्या है। समझ से परे है।
छ से छठ और छट्ठी के दूध का बोध है। पांच से पंच तत्व,पंच भूत,पंच परमेश्वर का बोध है। छिति जल पावक गगन समीरा पंच रचित यह अधम शरीरा। पंच तत्व में भगवान शिव बसते है। भाजपा सरकार छ को मान दे रही है। जबकि पांच का अपमान कर रही है। ऐसे मे भगवान भोलेनाथ का नाराज होना स्वाभाविक है। इसलिए तो भोले नाथ जगदीश सिंह संपादक का सड़क दुघर्टना में पैर तुड़वाकर भूरकूस करवा दिये और पार्थ हास्पीटल में भर्ती करवाकर आयुष्मान कार्ड में समानता के लिए खबर लिखने को प्रेरित किये।
Home / सुर्खियां / सावन के पवित्र महीने मे भोले नाथ मोदी योगी अमितशाह से है बेहद नाराज,आयुष्मान कार्ड में भेदभाव,6 परिवार के राशनकार्ड धारकों को उपचार में लाभ,पांच परिवार वालो की उपेक्षा, देश एक,चरित्र दो,सतगुरु दर्पण के संपादक की टगरी तोड़ आयुष्मान कार्ड में समानता लाने पर जोर,हर हर महादेव