जौनपुर। नगर पंचायत मड़ियाहूं में शासन से नामित सभासदों के मनोनयन में बिलंब होने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। इधर नगर पंचायत का कार्यकाल धीरे, धीरे अपने समय की ओर है। संभवतः दो साल का कार्यकाल बचा होगा या इससे कुछ अधिक। दरअसल नामित सभासद सत्ता पक्ष के संगठन से होता है। जिसमें पार्टी के कर्मठ जुझारू कार्यकर्ता का नाम पार्टी द्वारा भेजा जाता है। भाजपा की सत्ता है। तो भाजपा के ही नामित सभासद शासन से मनोनीत होंगे। पिछले नगर पंचायत कार्यकाल में अरुण कुमार मिश्र, मनोज चौरसिया, नीतेश सेठ नामित सभासद शासन से मनोनीत किये गये थे। इस सिलसिले मे निवर्तमान भाजपा मछलीशहर जिलाध्यक्ष राम विलास पाल से बातचीत हुई। जिसमें पूछा गया संगठन से नामित सभासदों की सूची शासन को कब भेजी गयी। उन्होंने कहां कि नगर पंचायत मड़ियाहूं, रामपुर, जफराबाद से प्रत्येक से 6.6 लोगों का नाम पर्यवेक्षक को दिया गया था। जिसमें पर्यवेक्षक स्तर से तीन, तीन नाम शासन को भेजा गया। लगभग यह प्रक्रिया पूरा हुए एक साल हो गया होगा। इस बीच जोर, शोर से चर्चा है कि सूची वापस आ गयी है। फिर से दोबारा सूची जायेंगी। जब इस सिलसिले मे भाजपा जिलाध्यक्ष मछलीशहर डा.अजय सिंह बातचीत करके जानकारी किया गया तो उन्होंने कहां कि दो महीने से सून रहा हूं सूची वापस आ गयी है। लेकिन ऐसा कुछ नही है। आखिर नामित सभासदों के मनोनयन में बिलंब का कारण क्या है। ऐसा कोतुहल नगर के राजनैतिक गलियारे मे जोर शोर से है। जेडी सिंह