नई दिल्ली। गलतियां नजर अन्दाज न हो तो गलत करने वाले अराजकता के मुड़ मे आ जाते हैं।खुश रहना,खुश कर पाना बहुत मुश्किल काम है। सोशल मीडिया में जब एक फोटो पर नजर गयी तो सोच आया मीडिया सच छुपा नहीं सकती।तानाशाही बरदास्त नहीं करेगी वो चाहे जो। पर आराजकता का मुकाबला करना पड़ता है। सबको न्याय मिले,सबका सच का साथ हो,शांति बनी रहे।भारत की महानता बनी रहे। देश की सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था बनी रहे। यही अखबार, पत्रकार, संपादक,प्रिन्ट मीडिया,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग सोचते है। मीडिया पर लान्छन लगाना,महापाप है।इस फोटो से लोग मीडिया की छबि खराब करने का प्रयास कर रहे है। सतगुरु दर्पण