जौनपुर। जमालापुर बाबतपुर मार्ग के उत्तर दिशा में पांच सौ मीटर की दूरी पर हथेरा ग्राम में हथेरा वीर बाबा का ऐतिहासिक सिद्धपीठ मंदिर है।जहां सावन माह में पूर्वांचल के जिलों से भक्तों का आना होता है। दर्शन,पूजन के बाद घरों को जाना होता है।पावन और दिव्य देव स्थान का महात्म्य रामकाल से जुड़ा है।प्राकृतिक आभा रमणीय है।वृक्षों से आच्छादित है।उत्तर प्रदेश सरकार प्राचीन सिद्धपीठ मंदिरों के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।ऐसे में हथेरा वीर बाबा स्थान का विकास न होना कहीं न कहीं से गांव की सरकार की कमजोरी को दर्शा रही है। सावन माह में हथेरा वीर बाबा को दिल से मानने वाले श्रद्धालुओं के आने, जाने,दर्शन, पूजन का क्रम चलता रहता है।ऐसे में सड़क की हालत खस्ता हो तो थोड़ा मन को अटपटा लगता है।मुख्य मार्ग से मंदिर तक जाने वाली सड़क खस्ता हाल में है।पश्चिम से आने वाली सड़क पर घास, पूस उगे है।जगह,जगह जलभराव है।सड़क कच्ची है।असुविधा के दौर से गुजर कर भक्त गण बाबा के दर्शन को प्राप्त करते है।गांव के तरुण कुमार सिंह कर्नल को इस पावन देवभूमि में विशेष आस्था है।मंदिर को भव्यता प्रदान करने में आपका विशेष सहयोग सराहनीय है।हथेरा वीर बाबा में आस्था समूचा गांव रखता है।देवस्थान के विकास में सबकी रुचि है।थोड़ा ध्यान उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से हो जाय तो भक्तों को होने वाली असुविधा दूर हो सकती है। खण्ड विकास अधिकारी रामपुर राजीव सिंह से पश्चिम दिशा से मंदिर को जोड़ने वाली कच्ची सड़क को पक्की सड़क बनाने पर चर्चा हुई।जिसमें उन्होंने कहां कि विचार किया जायेगा।