जौनपुर। मालती सिंह पीजी कालेज की छात्राओं ने कालेज के स्वर्णिम दशक महोत्सव के अवसर पर नाट्य मंचन के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने और सभ्य,संस्कारवान,मर्यादित समाज के स्थापना पर जोर दिया।वृद्धा आश्रम एकांकी उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा था। जो माता पिता को वृद्धा आश्रम छोड़ देते है और कभी मिलने तक नहीं जाते। छात्राओं का संदेश था माता, पिता पालन हार है। जीवन को गति दिया, पाला,पोषा,योग्य बनाया। जब उनके देखभाल का समय आया, देव तूल्य माता पिता के सेवा का अवसर मिला उनका नहीं अपना जीवन संवारने, आशीर्वाद प्राप्त करने का तो उस चेतन का अपमान करते है जो चेतना देने के संवाहक है। भारत की संस्कृति में माता पिता को ईश्वर का रुप कहां गया। जो माता, पिता का सेवा और सम्मान करता है उसका जीवन देख लो खुशियों से भरा होगा और संपन्नता आस, पास मंडराती नजर आ रहीं होगी। जो माता, पिता का अपमान करता है वह रौ,रौ नरक गामी का शिकार हो सकता है माता पिता की पूजा करके जीवन को धन्य बनाया जा सकता है। एक और नाट्य मंचन बेटी बचाओ,बेटी पढाओ ने तो उपस्थित जनों को पूरी तरह से मार्मिक बना दिया। मंचन का परिदृश्य और संवाद का जो संदेश था उसमें बेटी ही देश की शान है,गुमान है। बेटी ही मा,बहन,बुआ,वहू होती है। जब बेटियां ही नहीं रहेगी तो संसार का असतित्व ही खतरे में पड़ सकता है। कालेज की छात्राओं की प्रतिभा सराहनीय है। अवसर पर अलगूसिंह कालेज प्रबंधक,संरक्षक अरविंद सिंह दारा वरिष्ठ नेता भाजपा, सोनू सिंह पत्रकार,अखिल प्रताप सोमवंशी भाजपा यूथ अध्यक्ष मछलीशहर के अलावा कालेज के प्राचार्य, शिक्षक सहित सैकड़ों छात्राओं की उपस्थिति रहीं। जेडी सिंह
Home / सुर्खियां / मालती सिंह पीजी कालेज अंबरपुर बेलवा की छात्राओं ने नाट्य मंचन के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों पर किया करारा प्रहार, सभ्य समाज की स्थापना पर जोर