जौनपुर। भारत देश अपराध मुक्त होगा। मानवता की पूजा होगी। दानवता पर वार होगा। आपसी भाईचारा को बढ़ावा दिया जायेगा। जात- पात जैसी घटिया राजनीति आने वाले दिनो मे समाप्त हो सकता है। आज का युवा पीढ़ी जागरुक है। शैक्षिक योग्यता से भरपूर है। उसे पता है किस दल की कैसी मानसिकता है,कैसी सोच है।भारत देश के लोगो मे राष्ट्र और राष्ट्रीयता की भावना विशेष है। हर किसी को अपने वतन से मोहब्बत है। जहा अपने भारत देश की आन बान शान की बात आती है तो भारत का हर नागरिक वीरता के जोश मे देश के खातिर कुछ करने की क्षमता से आतुर दिखने लगता है। ऐसे ही नही भारत देश को महान कहा जाता है। गुणो का खान है और शान्ति का प्रतीक है। विश्वबन्धुतत्व की अवधारणा है। समूचे विश्व के लोग एक परिवार है। आज तुच्छ राजनीति की वजह से विश्व विनाश की ओर है। किस देश का अंहकार रुपी घमंड बलवती हो जाय और सृष्टि का ही खात्मा हो जाय। कुछ कहा नही जा सकता। वक्त ऐसा चल रहा है। ऐसा मुझे लगता है। अपराध और राजनीति का गहरा संबंध है।राज राज ही रह जाता है और राजनीति हो जाती है। वोटो के धुर्वीकरण के लिए राजनैतिक दल किसी भी हद तक जाने की कोशिश करते है। माना जाता है नेता और अपराधी एक सिक्के के दो पहलू होते है। अगर राजनैतिक दलो के नेता अपराध उन्नमूलन और शिक्षा उन्नयन पर जोर कसी कर दे तो अपराध कमजोर होगा और नैतिकता का विकास होगा। अपराध को बढ़ावा देने मे राजनैतिक दलो के कुछ नेताओ का मजबूत संरक्षण होता होगा। फिल्मो मे रोल देखिए नेता और अपराधी का तो बात समझ मे आ जायेगी। भारत देश के सभी राजनैतिक दल अपने- अपने अपराधी छबि के नेताओ की कुन्डली देश की जनता के सामने रंखे और जनता को बताए अपराधी को विधान सभा और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट क्यो दिया जाता है। क्या मजबूरी है। मतदाता बताए ऐसे लोगो को अबतक मतदान क्यो किया जा रहा है। राजनैतिक दलो को सत्ता की भूख है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के चाहने वालो लोग देश विदेश मे असंख्य है। उर्जावान है। अत्याचार थमेगा,अपने दिल से जानो पराये दिल का हाल। किसी को किसी प्रकार की पीड़ा पहुंचा तो वह जो पीड़ा दिया वह वापस आयेगी। मोदी और योगी से नाराज भी बहुत लोग है। मोदी और योगी का नाम दुनिया मे इतना जपा जा रहा है जिसका पुण्य सबको मिल रहा है। ईश्वर के घर नाम जाप की विशेष महिमा है।अपराधी और नेता एक दूसरे के पूरक है तो पुलिस और पत्रकार भी कम नही है। पुलिस और पत्रकार का चोली और दामन का साथ होता है तो नेता और अपराधी दो जिस्म और एक जान हो सकते है। अपराध मुक्त भारत के लिए सबके कदम आगे बढ़े। जगदीश सिंह संपादक सतगुरु दर्पण जौनपुर