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जीवन रंक्षक है महामृत्‍युंजय पाठ,कुत्तुपुर गांव मे शिवमय वातावरण, भोलेनाथ को अति प्रसन्न है सावन महीना

जौनपुर। जिले के रामनगर विकास खण्ड के कुत्तुपुर गांव मे राहुल सिंह पत्रकार के आवास पर सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया है। जिसमे सवा लाख महामृत्‍युंजय मंत्र के जाप के अलावा अखण्ड रामायण पाठ सृजित है। महामृत्‍युंजय का जप चल रहा है, 29 जुलाई को रामचरित मानस पाठ प्रारंभ होगा और 30 जुलाई को हवन पूजन के साथ भव्य भण्डारा होगा। लगभग एक दर्जन विद्वान ब्राहमणो के श्रीमुख से महामृत्‍युंजय मंत्र का उच्चारण हो रहा है। जिसे ध्वनि विस्तारक यन्त्र के जरिए आस, पास के गांवो तक पहुंचाया जा रहा है।जिससे मन पावन और वातावरण शुद्ध हो रहा है। काशी और अयोध्या के मूर्धन्य विद्वानो मे आचार्य योगेश महाराज, कमलेश, अभिषेक, अनुभव, शिवाशं,अमन,मनोज,हर्षित,निशांक, आनंद,रामानुज,आदित्य नारायण आदि जन धार्मिक अनुष्ठान मे शामिल है। सावन के महीने में भगवान शिव के महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करना बहुत ही लाभप्रद होता है। शिवपुराण में बताया गया है कि सावन के महीने में महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करने के बहुत से फायदे होते हैं। मान्‍यता है कि सावन का महीना शिव को सबसे प्रिय है और इस महीने में महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करने से भगवान शिव जल्‍द प्रसन्‍न होते हैं और मनचाहा मनोकामना पूर्ण करते हैं।
कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ा है और उस बीमारी से उसके जान को खतरा का आशंका है तो व्यक्ति अपने घर में महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करवा सकते हैं। अगर स्‍वयं नहीं कर सकते हैं तो किसी सिद्ध ब्राह्मण या फिर पुरोहित से इस मंत्र का जप करवा सकते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि इस मंत्र में इतनी ताकत होती है कि यह गंभीर से गंभीर रोग को सही कर सकता है और रोगी को मौत के मुंह से बाहर निकाल सकता है।
शिवपुराण में बताया गया है कि महामृत्‍युंजय मंत्र में अकाल मृत्‍यु को भी टालने की क्षमता होती है। अगर किसी के हाथ की रेखाओं में अकाल मृत्‍यु का योग है तो उसे रोजाना महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करना चाहिए। यह मंत्र आपकी रक्षा करेगा। अगर किसी की कुंडली में गंभीर बीमारी से मरने या फिर किसी दुर्घटना से मरने के योग हैं तो महामृत्‍युंजय मंत्र के जप से आप उस पर भी जीत हासिल कर सकते हैं।
अगर आपका मन अशांत है या फिर आपको किसी प्रकार की अनहोनी का डर सताता है तो भी आपके लिए महामृत्‍युंजय मंत्र बहुत उपयोगी है। भविष्‍य पुराण में बताया गया है कि अगर आपको रात में सोते वक्‍त किसी प्रकार का डर लगता है तो आपको रोजाना कम से कम 108 बार महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करना चाहिए। अपने घर में बच्‍चों को भी महामृत्‍युंजय मंत्र याद करवाइए और रोजाना उनसे स्‍नान के बाद यह मंत्र जपने को कहें।
अगर आप काफी समय से धन की कमी से जूझ रहे हैं तो सावन के महीने में महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करने से आपको लाभ हो सकता है। ऐसा करने से आपको व्‍यापार में लाभ होगा और नौकरी में भी आपका रुकी हुई तरक्‍की होने लगेगी। इसके जप से काफी पुराना कर्ज चुकाने में भी सफल होंगे और आपको रुका धन प्राप्‍त होगा। यह मंत्र आपको शिवलिंग के समीप बैठकर करने से जल्‍द लाभ होगा।
महामृत्‍युंजय मंत्र का जप कभी भी जमीन पर बैठकर न करें। हमेशा कोई आसन का प्रयोग करें। कुश का आसन प्रयोग करना सबसे अच्‍छा माना जाता है।
इस मंत्र का जप करने के लिए घर में या फिर मंदिर कोई जगह निर्धारित करें और रोजाना उसी स्‍थान पर बैठकर इस मंत्र का जप करें।
सदैव पूर्व दिशा की ओर मुख करके इस मंत्र का जप करें। मंत्र का जप करते समय मन को एकाग्रचित रखें।
जितने दिन इस मंत्र का जप करें उतने दिन प्‍याज लहसुन और मांसाहार का प्रयोग भूलकर भी न करें।
महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करते समय ध्‍यान रखें कि इसका उच्‍चारण ठीक से हो और रोजाना इस मंत्र के जप की संख्‍या बढ़ाएं, कम न करें।
इस मंत्र का जप करते समय धूप और दीपक को सदैव जलाकर रंखे। भक्तिभाव के अवसर पर सूर्य प्रताप सिंह, विकास सिंह बबलु,चन्द्र प्रताप सिंह,रुद्र प्रताप सिंह,भानुप्रताप सिंह,अजय सिंह,अमित सिंह,विनीत सिंह,विपिन्न सिंह,आकाश सिंह,यादवेन्द्र सिंह,आदित्य सिंह,साक्क्ष सिंह,विवान सिंह आदि परिवार के लोग पूजा के नियमित सहभागी है। वरिष्ठ पत्रकार सोनू सिंह भी भगवत भजन मे लीन है। जेडी सिंह

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