जौनपुर। भारत सरकार की मंत्री अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल रविवार को शाम मे नेवढिया थाना क्षेत्र के जयसिंहपुर बाजार मे एक निजी हास्पीटल का फीता काटकर उदघाटन की और मड़ियाहू विधायक डा • आरके पटेल,पूर्व विधायक डा • लीना तिवारी ,वरिष्ठ नेता माता बदल तिवारी, विनोद कुमार जायसवाल रामपुर नगर पंचायत अध्यक्ष, चन्द्रशेखर पटेल, निर्भय नारायण पटेल,अरुण कुमार पटेल सहित अन्य पार्टी के नेताओ के साथ कुछ देर बातचीत की। तदोपरान्त मीडिया से मुखातिब हुई। सवालो का जबाब बेवाकी से दिया। 2024 मे एनडीए की सरकार बनने की बात कही,चन्द्रयान तीन के सफलता के लिए इसरो के वैज्ञानिको का चाद के बारे मे जो चिन्तन और अध्यन का कुशलता रहा वह साकार हुआ। चाद पर भारत का झंडा दुनिया मे बुलंद हुआ। राष्ट्रीय नेता के आने की वजह से काफी भीड़ रही। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। पुलिस उपाधीक्षक मड़ियाहूऔर कई थानो की पुलिस मुस्तैदी से मोर्चा संभाले रहे। अपने नेता का एक झलक पाने और मोबाइल मे फोटो खींचने की होड रही। भीड़ के गहमा, गहमी के बीच सुरक्षा कर्मियो के व्यवहार का सामने करते बामुश्किल एक सवाल पूछा महंगी चिकित्सा पर आपका क्या विचार है। वह भी सवाल तीन बार पूछा। लेकिन जबाब न देते आगे बढ़ गयी। दरअसल मानव जीवन मे सबसे जटिल समस्या परिजनो के सामने तब आती है। जब परिवार का कोई सदस्य गंभीर बीमारी से घिर जाता है। लोग जमीन जायदाद बेचकर उपचार कराते है,सरकारी अस्पतालो से भी काफी हद तक लोगो को राहत मिल रहा है। भारत सरकार और राज्य सरकार गरीबो के उपचार मे काफी हद तक मददगार साबित हो रही है। हेल्थ विभाग का आयुष्मान कार्ड योजना जिसका बना है वह लाभ पा रहा है। पात्र गृहस्थी के कार्डधारको का आयुष्मान कार्ड बन रहा है। सरकार का जोर है,अब भारत देश के करोड़ो गरीबो का पाच लाख तक का उपचार कार्ड बन जाने पर सरकार करायेगी। गंभीर बीमारी मे लोगो के उपचार मे देश के सभी सासंदो,राज्यो के सभी विधायक द्वारा पत्राचार के माध्यम से धनराशि उपलब्ध कराते है। जिससे बीमार लोगो का उपचार होता है। आज महंगी चिकित्सा पर सवाल है। भारत सरकार के मंत्री को जबाब देना चाहिए था। जिस स्थान पर अनुप्रिया ने एक निजी अस्पताल का फीता काटकर उदघाटन किया है। चिकित्सा क्षेत्र मे काफी विकसित है। अस्पतालो की काफी संख्या है। हर रोग के विशेषज्ञ डा• उपचार के लिए उपलब्ध है। चिकित्सा महंगी है। इससे इनकार नही किया जा सकता है। चिकित्सा सस्ता होना चाहिए,जिससे लोग आसानी से उपचार करा सके। प्राइवेट अस्पतालो को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए। आज के दौर मे मनुष्यो के कमाई का आधा बजट परिवार के लोगो के दवाई मे खर्च हो जाता है। गरीब क्या अमीर, बीमारी सबका धन चूस रही है। जगदीश सिंह संपादक