जौनपुर। जात, पात की राजनीति मानवता का दुश्मन है। राजनीति मे राजनैतिक दलो की जो विचारधारा है भारत के महापुरुषो की है। भाषण मे बहुत ही शाब्दिक और मार्मिक बातो से जनता को मोहित किया जाता है।अक्सर देखा गया भारत की राजनीति मे लाश पर राजनीति की रोटी सेकने की भरपूर कोशिश होती है। न्याय सिसक रहा है। साथ देने वाले भी कम लोग है। अन्याय का बोलबाला है। जिसके साथी बहुत है। पहले राजनीतिज्ञ और राजनीति की अपनी,अपनी आदर्शवादिता रही आज भी है लेकिन पहले वाली बात नही है। राजनेता पहले न्याय,अन्याय,पद कुबद देखकर ही किसी की पैरवी करते रहे। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष मुद्दे की बात होती थी। बदले की भावना न के बराबर थी। उत्तर प्रदेश मे जात, पात की राजनीति अर्से से हो रही है।बिरादर है गलत है,अत्याचारी है,दुराचारी है,पापी है,जघन्य अपराधी है। कोई बात नही बिरादर है न। उसका सम्मान है। दरवाजे पर बुलाने मे लोग अपना बडप्पन समझते है। खास बात है बिरादरी के जो लोग विकसित होते है जिनके पास धनबल,बाहुबल,सत्ताबल की ताकत है। बिरादरी मे उनका विशेष इज्जत है। आज की राजनीति मे भवकाल खूब चल रहा है। कुछ जनता को वही पसंद भी है। असलहा और गाडी के काफिले से नेता के अवकात का मूल्यांकन लोग कर रहे है। जरुरत है राजनीति मे एक दूसरे से जुड़कर लोगो के सहयोग और सम्मान करने की। आपसी भाईचारा बढ़ाने की। वोट और सत्ता के लिए लोकतंत्र का गला घोटने से सभी राजनैतिक दलो को बचना होगा। जो समय है सबके सामने है। आज कमोबेश बहुत से ऐसे दल है जो जात के नाम से जाने जाते है। जिसका बड़े, बड़े दलो से गठबंधन है। एनडीए और इंडिया राजनैतिक दलो के गठबंधन का संगम है। 2024 के लोकसभा के चुनाव के मद्द्देनजर बतकही तेज है। मोदी हैट्रिक लगाने वाले है तो इंडिया रोकने के लिए पूरी ताकत से जुट गया है। जेडी सिंह