जौनपुर। 2024 का लोकसभा चुनाव ज्यो, ज्यो नजदीक आ रहा है। इंडिया गठबंधन इस बार एनडीए को हर हाल मे पटखनी देने मे जुट गया है। भारत के चाहे जो राजनैतिक दल हो उनके नेता चाहे जो बोल जाय। अभिव्यक्ति के आजादी के नाम पर सब ठीक है। टीवी ऐकंर अगर सवाल पूछ रहे है तो किसी के मनमुताबिक तो सवाल पूछेंगे नही। आज चापलूसी सबको पसंद है। दलो का गुणगान करते रहिये तो ठीक है। अगर उनके खिलाफ नकारात्मक सवाल है तो वो पसंद नही है। आज दुनिया मे मोदी नाम का डंका बजना ठीक नही है। मोदी भारत देश के प्रधानमंत्री है। जो भारत देश का दुनिया मे प्रतिनिधित्व कर रहे है। आज उनको चाहने वाले देश दुनिया मे असंख्य लोग है। भारत की मीडिया मानवतावादी सोच को आगे बढ़ा रही है। लोकतंत्र का सजग प्रहरी है। जनता की आवाज है। मीडिया का अपना खुद का अस्तित्व है। जिसे चाहे जो राजनैतिक दल हो या सरकार हो कभी नही मिटा सकती है। हालांकि सदियो से प्रेस की आजादी पर कुठाराघात होता आ रहा है। भारत देश का जो लोकतंत्र है मीडिया और राजनैतिक दलो पर नजर रखती है। किसका क्या रवैया है। देश की जनता योग्यता देखती है कौन देश चलाने लायक है। राष्ट्र और राष्ट्रीयता के साथ न्याय सत्य संस्कृति इन्सानियत मानवता भाईचारा का मूल्यांकन होता है। जनता अवसर हर राजनैतिक दल को देती है। क्रिया कलाप देखती है ठीक ठाक है तो अवसर मिलता रहता है। बेठीक होते ही जनता दर किनार कर देती है। फिर जिसको ठीक समझती है पीएम और सीएम बनाती रहती है। सत्ता का सुख जो भोग लेता है बार बार पाने की चाहत बनी रहती है और तरह, तरह का राजनैतिक खुरापात करके वोटो का ध्रुवीकरण करता रहता है। जनता को लड़ाता रहता है,हिन्दू-मुस्लिम के नाम, मंदिर, मस्जिद के नाम,जात, पात के नाम,भारत और इंडिया के नाम। जी 20 सम्मेलन मे अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष भारत आये। मोदी संग द्विपक्षीय वार्ता हुई। जब दूसरे देश मे पहुंचे तो भारत मे मानवाधिकार और प्रेस की आजादी पर सवाल उठाये। इधर इंडिया गठबंधन ने प्रेस की आजादी पर हमला बोल दिया। देश के जाने माने चैनलो के कुछ टीवी पत्रकारो को गोदी मीडिया का संज्ञा देत बायकाट कर दिया। अब डिबेट मे इनके प्रवक्ता भाग नही लेगे। इंडिया गठबंधन ने अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष के सुर मे सुर मिला लिया है और भारत देश के प्रेस की आजादी पर हमला बोल दिया है। देखा जाय तो एक प्रकार से इंडिया गठबंधन और एनडीए आमने, सामने है। जगदीश सिंह संपादक