जौनपुर। जिले की राजनीति मे जौनपुर संसदीय क्षेत्र की लोकसभा सीट भाजपा गठबंधन मे जाने से इनकार नही किया जा सकता। कयास लगने लगा है। डा• कृष्ण प्रताप सिंह के सांसद बनने के बाद से भाजपा की यह सीट दोबारा भाजपा की झोली मे नही आ सकी। राजनैतिक गलियारे मे यह चर्चा है कि पूर्व सांसद धन्जय सिंह की वजह से भाजपा यह सीट नही निकाल सकती है। ऐसा पहले हुआ है। आज भी इसकी संभावना है। गठबंधन है तो चुनाव निकल सकता है।जिले के राजनैतिक विद्वानो का ऐसा आकलन है। जौनपुर मे धन्जय की धरातल जमीनी नेता की है। एक लंबा अनुभव राजनीति का है। जन, जन से आत्मीय लगाव है। राजनैतिक सफर मे जन सेवा से जौनपुर संसदीय सीट पर जनता के बीच एक अमिट छाप है। अक्सर मीडिया के लोग पूछते है आप माफिया है बाहुबली है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर यह बात मौजूद है। जबाब होता है यह बात महज मीडिया मे है। जनता के बीच नही। धन्जय सिंह के राजनैतिक पैंतरे को समझ पाना आसान नही। सोशल मीडिया मे रील्स की बहुलता है। आसमान मे गुब्बारे धन्जय को बया कर रहे है। बुढ वुजुर्ग अपना,अपना अलख लगा रहे है। युवा धन्जय सिंह की जयकार कर रहे है। धन्जय का एक अपना अलग साम्राज्य बन गया है। ज्यादा से ज्यादा लोग जुडे है और लाभान्वित है। ऐसा महसूस किया जा रहा है। अगर सीट गठबंधन खाते मे जाती है तो धन्जय लपकने मे जरा भी पीछे नही रहेगे। बाजी मार सकते है। ज्ञान प्रकाश सिंह ने जनपद मे अध्यात्मिक चेतना को जगाने मे कोई, कोर कसर नही छोड़ा। सामाजिकता उनकी एक पहचान है। राम से आत्मीय लगाव है। अयोध्या राममंदिर के दानदाताओ मे शुमार है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह मे अयोध्या मे रहना हुआ। लंबे अंतराल से जनपद मे लोगो के जनसेवा मे प्रतिष्ठा पा रहे है। अभिषेक सिंह युवा है। आसमान धरती एक किये है। नई नीति नई संरचना से युवाओ को आकर्षित कर रहे है। छाप बनाये है। माहौल को राजनैतिक धार दे रहे है। निषाद बस सेवा जौनपुर से अयोध्या का आना जाना संकेत है। निषाद पार्टी से टिकट का चक्कर है। शाहगंज महोत्सव मे कुंवर हरिवंश सिंह,ज्ञान प्रकाश सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद की गरिमा मय उपस्थिति का संकेत भी कुछ कह रहा है। हरिवंश सिंह राजनीति के मजे खिलाड़ी है। दाव बिठा सकते है और ज्ञान प्रकाश सिंह को यदि गठबंधन हुआ तो उम्मीदवार बनवा सकते है। राजनीति मे कुछ कहा नही जा सकता। हरिवंश सिंह राजनीति के भविष्य वक्ता है। अगर दाव बैठ गया तो खुद ताल ठोक सकते है।पार्टी की ओर झुकाव मे किसका गणित बैठेगा और आगे क्या राजनीति मे होगा। यह समय बतायेगा। जौनपुर की राजनीति मे धन्जय सिंह को रोको की राजनीति शुरु है। अर्से से धन्जय का विपक्ष लामबंद होकर राजनैतिक प्रभाव को रोकने का प्रयास कर रहे है। लेकिन धन्जय भी मामूली राजनैतिक खिलाड़ी नही है। नहले पर दहला मारने के माहिर है। रमेश सिंह निषाद पार्टी से शाहगंज विधायक है। ऐसे मे हर संभव कोशिश होगी कि अगर निषाद पार्टी से अगर किसी को टिकट मिलता है तो हरिवंश सिंह की भी कुछ न कुछ राय होगी। हालांकि ओम प्रकाश राजभर की पार्टी भाजपा सुभासपा के गठबंधन को टिकट मिलने की भी चर्चा है। अपना दल एस पार्टी दावा ठोक सकती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी धन्जय सिंह के लिए भाजपा हाईकमान के बीच उम्मीदवारी की बात रख सकते है और उत्तर प्रदेश मे अपनी प्राटी के प्रतिनिधित्व को मजबूत करने का प्रयास कर सकते है। क्योकि धन्जय उनकी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव है। भाजपा की नीति है। अधिकांश सीटो को जीतने की। अमितशाह की गणित है चाहे जैसे हर सीट पर भगवा लहराये और तीसरी बार भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बने।
राजनैतिक दाव पेच मे भाजपा स्वयं चुनाव लडती है गठबंधन को सीट देती है। यह उसका अपना विवेक हो सकता है। हालांकि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। राजनैतिक गलियारो की चर्चा जोर पकड़ रही है। जेडी सिंह संपादक
Home / सुर्खियां / बात भाजपा गठबंधन की: जौनपुर मे धन्जय सिंह की राजनैतिक घेराबंदी,ज्ञान प्रकाश ने राम का अलख लगाया, अभिषेक ने धरती आसमान एक किया,ताल ठोक सकते है कुंवर हरिवंश सिंह