जौनपुर। नफरत के आग मे मनुष्य एक दूसरे से जल रहा है। मकसद चाहे जो हो मानवता कमजोर पड़ रहा है। दानवता हाबी हो रहा है। जो हर मनुष्य के लिए खतरा है। धरती पर दानव और मानव का सदियो से जंग होता आ रहा है। जब दानव बढ़ते है तो मानव को पीड़ा देते है। मानव ईश्वर को याद करता है तो प्रभु राम का अवतार होता है और असुरता का विनाश राम करके मनुष्य धर्म की स्थापना करते है। जिससे मनुष्य को जीवन जीने मे सुविधा होती है। जो आज का दौर है।आपसी भाईचारा कमजोर हो रहा है। मनुष्य तनाव और चिन्ताग्रस्त है। सबकी अपनी,अपनी वेदना है। मनुष्य मे दया है। धर्म है। दीनता है। मानव का सम्मान है। आपसी भाईचारा है। प्रेम है। दानव प्रवृत्ति के जो है उसके अन्दर मानव के प्रति नफरत है। वह मानव को कष्ट देता है। अपमान करता है। नीचा दिखाता है। मानव का पीड़ा जब ईश्वर से नही देखा जाता तो राम प्रकट होकर असुरो के विनाश की लीला करते है। तब दानवता कमजोर होता है और मानवता फिर फलने और फूलने लगता है। दास जगदीश सतगुरु धाम बर्राह जौनपुर
Home / सुर्खियां / नफरत की आग,मानवता पर दानवता हो रहा हाबी,असुरता के विनाश की लीला प्रभु राम समयानुसार रचते है