जौनपुर। मडियाहू विधायक डा•आरके पटेल ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जताई और कहां कि पुलिस का व्यवहार जनता के साथ अच्छा होना चाहिए और बातचीत मर्यादित और शिष्टाचार में होना चाहिए। शुक्रवार को लगभग शाम सात बजे चौकी इंचार्ज भाउपुर और अपना दल एस के नेता ललई सरोज के वायरल आडियो पर बात हो रही थी। उन्होंने कहां कि पुलिस अधिकारी हो या जनता,नेता बातचीत में शिष्टाचार का भाव होना चाहिए। कहां कि बेअदबी की भाषा का शुरुआत पहले भाउपुर चौकी इंचार्ज ने किया। जब उनको नेता जी की भाषा का सुधि धराया गया तो उन्होंने कहां कि एक पहलवान तैस में आया तो दूसरा पहलवान भी रौब पकड़ा और बात हद से ज्यादा बढ़ गयी। वायरल आडियो जो कोई सुन रहा है उसे अच्छा नहीं लग रहा है। बात करने वाले दोनों लोगो को इस तरह बात नहीं करना चाहिए। दरअसल किसी मामले को लेकर पुलिस और एक नेता आमने-सामने हो गयें थें और दूरभाष पर ही बातों, बातों में इतना बहक गयें कि उन्हें खुद सुध नहीं रहा कि क्या बोल गये। गुस्से में इन्सान बहुत कुछ बोल जाता है। लेकिन बाद में सिर्फ पछतावा के शिवा कुछ नहीं बचता। आडियो वायरल होने के बाद जब दोनों जन अपनी कहीं हुई बात को सुने होंगे तो उन्हें लगा होगा कि बात करने में गलती हुई। एक तरफ जहां पुलिसिया रौब तो दूसरी तरफ नेतागिरि का रुतबा। वैचारिक भिडन्त में जहां पुलिस ने दम खम दिखाया तो नेता ने भी पुलिस का जबाब देने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा। जेडी सिंह संपादक सतगुरु दर्पण जौनपुर
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