जौनपुर। व्यक्ति को समर्पणवादी होना चाहिए। भाजपा मे यदि निष्ठा है तो है,पता चला कि भाजपा से टिकट न मिला तो बागी बन पार्टी उम्मीदवार को हरा दिया फिर जब चुनाव आने को है तो भाजपा का राग अलापना और टिकट की चाहत रखना यह नाइन्साफी है। इन्साफ तब होता जब सन 2017 के नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव मे भाजपा ने विनोद सेठ को नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया तो फर्ज बनता था उनका साथ देकर पार्टी उम्मीदवार को जीताना चाहिए था। यदि भाजपा के कुछ लोग बागी न हुए होते विनोद सेठ चुनाव जीत जाते। मडियाहू नगर पंचायत के चुनाव मे गिने चुने कुछ भाजपाई अक्सर बागी बन जाते है,जिससे भाजपा उम्मीदवार को नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव मे हार का सामना करना पड़ता है। इस बात की लोगो मे चर्चा शुरु है। भाजपा नेता पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी मडियाहू विनोद सेठ ने बातचीत के दौरान कहा कि भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता हू,पार्टी का निर्णय सर्वोपरि है। नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर यदि भाजपा चुनाव लड़ने का अवसर देती है तो चुनाव लडूगा,पूरा भरोसा है कि इस बार कमल ही खिलेगा। उन्होंन कहा कि 2017 के नगर पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव मे पार्टी ने उम्मीदवार बनाया,कुछ लोग भाजपा के ही बागी बन गये। जिससे चुनाव मे हार का सामना करना पड़ा। जबकि चुनावी मुकाबला जोरदार रहा।थोड़ी सी बागी तेवर की वजह से भाजपा चुनाव नही जीत सकी। जेडी सिंह
Home / सुर्खियां / नगर पंचायत अध्यक्ष पद मडियाहू के चुनाव मे बागी तेवर भाजपा के लिए घातक साबित होता आ रहा