जौनपुर। ग्रामीण परिवेश मे सरकारी जमीन पर अनाधिकृत रुप से कब्जा करके बड़ी, बड़ी अट्टालिका खड़ा कर लिया गया है। संख्या बहुतायत है। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग की ओर से अनाधिकृत रुप से कब्जा की गयी जमीन पर बेदखली की कार्यवाही भी धड़ल्ले से की जा रही है। खास बात है कि पैतृक संपति बटवारा मे सरकार की अनाधिकृत रुप से कब्जाई जमीन पर सबसे कमजोर भाई को पारिवारिक हिस्से के बंटवारे मे दिया जाता है और जो नाम की जमीन है होशियार भाई अपने पास रखने की चाहत बनाये है। ऐसे मे लाखों की संपति से एक भाई को दूसरे भाई अलग थलग करने की कोशिश कर रहे है। क्योंकि असहाय कमजोर भाई को हिस्से मे विवादित जमीन दे दी गयी है। लाखो की संपति छोड़कर भाई गरीबी का जीवन जीये ऐसा भाई, भाई के प्रति सोच रख रहा है। पैतृक संपति बटवारा मे ईमानदारी होनी चाहिए। नाम की जमीन मे भाई का हिस्सा तो कानूनन बनता है। जिसे बेदखल नही किया जा सकता। रही बात जो जमीन सरकार की है उस पर हक नही जताया जा सकता। एक न एक दिन सरकार बेदखल कर सकती है। जगदीश सिंह संपादक सतगुरु दर्पण