जौनपुर। पंचायती दसनाम जूना अखाड़ा कौशांबी के संत बाबा जीवन दास ने कहा कि जो अपना है। सब सपना है। जो कहा सब प्रभु का वही अपना है। दर्शन का अभिप्राय क्या है। उन्होंन कहा कि तीर्थ स्थलो पर विचरण करने और दर्शन पूजन से शान्ति का अनुभव होता है। मन पवित्र होता है,साकारात्मक उर्जा मिलता है। नकारात्मकता खत्म होता है। उन्होंन कहा कि परमात्मा को जिस रुप मे खोजेगे उस रुप मे मिलेगे,बताया नवरात्र के प्रथम दिन से विचरण कार्यक्रम शुरू है। साढ़े तीन महीना चलेगा,मैहर,प्रयागराज, गौरीशंकर महादेव सुजानगंज का दर्शन पूजन हुआ। आगे बाबा विश्वनाथ का दर्शन होगा फिर पशुपति नाथ नेपाल दर्शन पूजन के बाद फिर वापस कौशांबी आना होगा। मड़ियाहू मे रामबली सेठ आभूषण भण्डार के अधिष्ठाता भाजपा नेता विनोद सेठ के यहा मंगलवार लगभग 4•30 बजे पधारे बाबा ने दान मे लोहा मागा। जिसे सेठ ने उपलब्ध कराया। इस दरम्यान भक्ति पक्ष की चर्चा हुई जिसमे संत ने कहा कि जब तक भगवान के पास बैठे है। तब तक मन मे शान्ति है। जैसे दूर हुए मन अशांति की ओर चलने की कोशिश करने लगता है। मन मलिनता से भरा है। जिसे साफ करने के लिए राम नाम साबुन की जरूरत है। राम,राम के उच्चारण से मन शुद्ध होता है। कहा कि बारह साल रहय संत की टोली तब कही पावय एक ठिठोली। जेडी सिंह
Home / सुर्खियां / सोना चांदी नही संत ने विनोद सेठ से लोहा का लिया दान,जो अपना वह सपना,जो प्रभु का वह अपना