जौनपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के सोच को दरकिनार करके ग्राम सचिव मनमाना कर रहे है। ग्राम सभाओ मे लाखों रुपये लागत से बने सचिवालय मे शायद कभी सचिव बैठते है। रामनगर विकास खण्ड मे 99 ग्राम सभा है। जिसमे कुल 15 सचिव सेवारत है। 22 क्लस्टर के माध्यम से विकास का पहिया तेजी से घूम रहा है। गांवो के विकास के साथ,साथ सचिव अपने- अपने विकास को गति देने मे मजबूती से जुटे है। आय से अधिक संपति की जाच ईमानदारी से सरकार कराये तो इस बात का खुलासा हो सकता है कि इनके पास अकूत संपति इनके सेलरी से बना है या और कोई कमाई है। ग्राम सभाओ के नागरिको से अगर पूछा जाय आप के गांव का सचिव कौन है। ऐसे मे बहुत कम लोग ही नाम बता पायेगे।
ब्लाक मे सचिव तभी आते है जब मिटिंग होती है। वुद्धवार को आना होता है। कभी, कभी मंगलवार को आते है। नही जैसी जरुरत है। आखिर लाखों रुपये की लागत से ग्राम सचिवालय सरकार ने क्यों बनवाया। इस परिप्रेक्ष्य मे एडीओ पंचायत त्रिभुवन नाथ यादव से वृहस्पतिवार को लगभग तीन बजे के आस-पास बातचीत किया गया तो वह उत्तर देने मे आनाकानी कर रहे थे। जब उनसे पूछा गया विकास खण्ड मे कुल कितने ग्राम सचिवालय है। जिसका जबाब ठीक से नही दे पाये। जब पूछा गया लाखों रुपये लागत से बने सचिवालय मे सचिव क्यों नही बैठते। जबाब संतोष जनक नही रहा। उत्तर प्रदेश सरकार ग्राम सभाओ मे जो सिस्टम लागू करना चाह रही है। उसमे
सचिव सरकार का सहयोग ठीक तरीके नही कर पा रहे है। उत्तर प्रदेश सरकार के अलावा ग्राम सचिव अपना अलग से सरकार चला रहे है। जिसमे कई सहयोगी काम कर रहे है। जो आम तौर पर समाज मे विदित है। सरकार चाहती है ग्रामीणो का कोई भी कार्य हो ब्लाक तहसील न जाना पड़े। जब ग्राम सचिवालय पर सचिव बैठना शुरु कर दे तो काफी हद तक गांव की सरकार मे प्राण वायु का संचार होने लगेगा और भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी नाथ की जनकल्याण कारी सोच फलने फूलने लगेगा। जिसका लाभ ग्राम वासियो को भरपूर मिलना शुरु हो जायेगा। जगदीश सिंह संपादक जौनपुर
Home / सुर्खियां / जौनपुर: रामनगर विकास खण्ड का हाल बेहाल,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के पावन सोच को दरकिनार कर सचिव कर रहे है मनमाना,लाखो रुपये लागत से बना सचिवालय बना लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र, दुर्भाग्य है कि सुचारु रुप से नही चल रही गांव की सरकार