जौनपुर। वर्तमान समय मे एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को भरमा रहा है। भटका रहा है। उससे झूठ बोल रहा है। पहले बात का मूल्य था। अगर किसी को कोई बात दे देता था तो उसपे खरा उतरता था। आज इन्सान कहता कुछ है करता कुछ है। पहले लोगो का लोगो पर भरोसा था। विश्ववास था। अब तो लोग बहुत कम ही लोग है जो भरोसेमंद और विश्वसनीय है। झूठी शान मे लोग बेहबल है कि धरती पर हम ही सब कुछ है। प्रकृति का नियम है सदा ना रहा है सदा ना रहेगा जमाना किसी का नही चाहिए दिल दुखाना किसी का। इन्सान आज भी अच्छे है लेकिन बहुत नसीब वालो को मिलते है। मनुष्य जीवन मे यदि किसी को भी एक भी सच्चा और अच्छा इन्सान मिल जाय तो जीवन बदल सकता है। ऐसा बहुत कम होता है। एक इन्सान दूसरे से नफरत कर रहा है। हेय दृष्टि से देख रहा है। नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा है। जरुरत है तो मनुष्य,मनुष्य को खरीद रहा है। मूल्य लेकर राम राम करिये। कुछ बोल नही सकते। अपनी बात कह नही सकते है। धनबल की ताकत और बाहुबल की ताकत जिसके पास है वह आज का राजा। सरकार है। जो उसकी मर्जी जो चाहेगा वही होगा। गांव का राजा,शहर का राजा जो बन रहा है जैसे बन रहा है यह तो सबको पता है। मुर्गा,शराब और लाखों-लाख मे जनता जनार्दन के कुछ लोग बिक करके अपना वेशकीमती वोट राजा साहब को दे देते है। जब राजा का ताज राजा को मिल जाता है तो राजा तो अपने राजसी मिजाज मे हो जाते है। सरकार हो जाते है। सरकार तानाशाही से चलायेगे और दौलत कमायेगे, कोई कुछ नही कर सकता। अगर कोई जुर्रत करता है खरीद होगी मान गया तो ठीक नही तो ठिकाने लगाया जा सकता है। नही तो हाईपर टेन्शन दिया जा सकता,धनबल और बाहुबल की ताकत पूर्वाचल मे आज भी हाबी है तरीका बदल गया है। राजनीति सबको प्यारी है। इसी मे सबकुछ है। जेडी सिंह