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जौनपुर: जमलिया 33 हजार लाइन शिफ्टिंग मामला:विद्युत विभाग के कुछ ऐसे अधिकारी जो अपना जेब गरम करने मे विभाग को पहुंचा रहे है नुकसान,न मानो तो जाच करवाके देख लो,उपभोक्ता बिल भरने मे बढ़ चढ़ कर ले हिस्सा,तभी रोज की पूरी कर पायेंगे दिनचर्या

विद्युत विभाग का सहयोग करे और सुझाव दे तभी यह व्यवस्था अच्छी हो पायेगी

जौनपुर। विद्युत विभाग के कुछ ऐसे भी अधिकारी है जो विभाग को नुकसान पहुँचा कर स्वयं के फायदे के लिए काम करते है। मड़ियाहू तहसील के जमलिया मे विद्युत उपकेन्द्र नेवढिया को जोड़ने वाली 33 हजार की सीधी लाइन को शिफ्ट किया गया। यह बात आमतौर पर जनमानस के बीच चर्चा मे है। उपखण्ड अधिकारी विद्युत नेवढिया अजीजुल हसन अन्सारी से बातचीत के दौरान पूछा गया कि जमलिया मे 33 हजार की लाइन को शिफ्ट किया गया तो उन्होंन कहा कि इसके जेई अलग होते है। जो स्टीमेट बनाते है और उच्चाधिकारी से संस्तुति लेते है। इसके बाद लाइन शिफ्ट होता है। फिर एसडीओ विद्युत ने कहा कि 33 केवी लाइन के नीचे किसी व्यक्ति द्वारा जमलिया मे निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है। जो विद्युत एक्ट का उल्लंघन है। न विभाग के कार्यालय संपर्क किया गया न ही प्रक्रिया का पालन किया गया। उपखण्ड अधिकारी विद्युत, विभाग के उन अधिकारीओ और कर्मचारीओ का बचाव कर रहे है। जो लाइन शिफ्टिंग कार्य को अंजाम दिये है। हालांकि इनका तो यह भी कहना है लाइन शिफ्ट हुआ ही नही। जबकि निर्माण कार्य के तहत विद्युत एक्ट का उल्लंघन मान रहे है। निश्चित तौर पर अगर लाइन शिफ्ट हुआ है तो इसके पीछे कोई न कोई गणित जरुर होगा। गणित विद्युत विभाग के फायदे का हो तो ठीक है,खुद का जेब भरने से अच्छा है विभाग का खजाना बढ़ना चाहिए,उपभोक्ता विद्युत विभाग का सहयोग करे,सुझाव दे और बिल भरे,तभी लाइन बेहतर सुविधा पा सकेगे। जेडी सिंह

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