जौनपुर। आगामी लोकसभा का चुनाव कब होगा,अभी सुनिश्चित नही है। लेकिन चुनाव होना है। इसको लेकर भारत देश के राजनैतिक दल चुनावी रणनीति बनाने मे जुट गये है। गठबंधन के दौर मे एनडीए और इंडिया का जोरदार मुकाबला होने के आसार है। देश विदेश मे नरेंद्र मोदी एक ऐसा नाम है। जिसका कोई जोड़ नही है। हिन्दुस्तान के दशा और दिशा मे परिवर्तन है। जो दिख रहा है। रही बात लोकसभा चुनाव की और मोदी के हैट्रिक लगाने की तो अभी दूर, दूर तक जोरदार टक्कर नही दिख रहा है। मोदी के साथ राष्ट्रीय राजनीति मे योगी एक बड़ा चेहरा है। आप जन को चाहने वालो की संख्या है। मोदी और योगी के नाम का माला जपने वालो को चाहे जैसी पीड़ा हो,मुश्किल हो वह झेलने को तैयार है। लेकिन देश के मान सम्मान स्वाभिमान को आगे बढ़ाने वाले मोदी के साथ दृढ़ इच्छा से खड़े नजर आ रहे। जब देश चलाने की बात आती है तो लोग आत्मन मनन चिन्तन के जरिये इस बात पर पहुंचते है कि पाच साल मोदी को और दिया जाय। अभी देश चलाने लायक कोई योग्य व्यक्ति मोदी के अलावा लोगो के नजर मे दिख नही रहा है। भारत देश की जनता महान है। उसे कब क्या निर्णय लेना है। उसे बखूबी पता है। लोकतंत्र की ऐसी ताकत है सत्ता पलटने मे देर नही लगती। कभी काग्रेस पार्टी का दौर था। इन्दिरा गांधी,राजीव गांधी, मनमोहन सिंह आदि का प्रधानमंत्री के रुप मे अच्छा, खासा कार्यकाल रहा। अटल बिहारी वाजपेई जब प्रधान मंत्री बने देश का गौरव दुनिया मे बढ़ा। स्वच्छंद निर्णय लेने वाले प्रधानमंत्री ने सांस्कृतिक और राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया। समय बदला नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री है। देश का कायाकल्प हो रहा है। जनकल्याणकारी योजना का लाभ गरीबो को मिल रहा है। चन्द्रयान की सफलता,सूर्ययान की ओर कदम के अलावा तमाम यान के जरिये प्रकृति के आकाश,पाताल ,धरती का अवलोअकन हो रहा है। चाद और सूर्य को बारीकी से जाना समझा जा रहा है। सूर्य आग का गोला है तो चंद्रमा शीतलता प्रदान कर रही है। मानव खुद मे रहस्य है और प्रकृति के रहस्य को जानने की कोशिश कर रहा है। मुबंई मे अभी हाल ही के दिनो मे इंडिया गठबंधन की बैठक हुई। जिसमे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, कोलकता की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा कुछ प्रदेश के और मुख्यमंत्रीओ ने भाग लिया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष,पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव की गरिमामयी उपस्थिति बनी रही। मुबंई राजनीति के चाणक्य शरद पवार आगे क्या गुल खिलाते है वक्त पर पता चल जायेगा। बाला साहब ठाकरे के पुत्र उद्धव ठाकरे राजनैतिक विरासत को संजोने और आगे बढ़ाने मे मजबूती से जुटे है। एनडीए गठबंधन मे भाजपा के पास मजबूत संगठन है। जबकि इंडिया गठबंधन के पास भी संगठन है। लेकिन अभी वह मजबूती नही दिख रहा है। जो होना चाहिए। खैर राजनीति मे कब क्या होगा,यह जनता के मूड पर है। किसको सत्ता से हटाना है और किसको सत्ता पर बिठाना है। होना वही है जो ईश्वर को मंजूर है। चाहे लोग जितना मन की बहुरी चबा ले,होगा वही जो वह चाहेगे। अपने, अपने कर्म भी मायने रखते है। जो जैसा करेगा,वैसा भरेगा। जगदीश सिंह संपादक