जौनपुर। जिले की एक महान सख्शियत की बात कर रहे है। नाम है हरेन्द्र प्रसाद सिंह पूर्व विधायक जफराबाद। महान शब्द इस लिए जोड़ना पड़ा कि जनता की सेवा मे जुड़े इस व्यक्ति का राजनीति मे किसी से जोड़ नही है। यह व्यक्ति खुद मे बेजोड है। जिगर का टुकड़ा साथ छोड़कर चला गया। जिसकी पीड़ा आज भी सबको है। गमगीन जीवन होते हुए भी जनमानस की सेवा मे यह व्यक्ति जुटा है। भाजपा के पास ऐसे भी समर्पित कार्यकर्ता है।जिन्हे पार्टी और उसकी विचारधारा के साथ जनसेवा पसंद है। भाजपा कार्यकर्ता या समाज से जुड़ा व्यक्ति यदि पीड़ित है तो सबसे पहले हरेन्द्र प्रसाद सिंह को फोन करेगा या जिला मुख्यालय कार्यालय पर जाकर समस्या को बतायेगा। समस्या का हल भी होगा। खबर लिखने की वजह से जेडी सिंह और पूर्व विधायक मे बहुत पहले से वैचारिक मतभेद है। जो जग जाहिर है। माननीय ने परिचय कराया शनिवार दोपहर की बात है,योगी चित्त खबर के लिए निकला तो पूर्व विधायक के पास पहुंचा। पहले तो काल किया जबाब न मिला,लेकिन कुछ देर बाद बैक काल आया। बात हुई। फिर पप्पू माली के पास जो हास्पीटल है, डाक्टर साहब का, वहा पहुंचे,बहुत खोजने के बाद मिले। कई लोगो से पूछने के बाद चेंबर तक पहुंचे। हाल चाल हुआ। उपस्थित लोगो से हरेन्द्र सिंह ने कहा कि जेडी सिंह भाजपा नेवढ़िया मंडल के पूर्व अध्यक्ष सुनील सिंह के छोटे भाई है। पत्रकार है, मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरे लिखते रहते है। एक बार लिखे थे। जफराबाद विधायक का मान्साहार पर जोर। खैर बात समय,समय की है। वर्तमान दौर मे पूर्व विधायक जफराबाद हरेन्द्र प्रसाद सिंह जौनपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी मे है। होर्डिंग्स बड़े, बड़े लगे है। कुछ पुराने तो कुछ नये शहर और देहात मे दिख रहे है। जब पूर्व विधायक से पूछा गया कि लोकसभा चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी है। उन्होंन कहा कि पार्टी कार्यकर्ता हू टिकट मांग रहा हू। इसके अलावा आगे उन्होंन कुछ नही कहा। जनता के बीच हरेन्द्र प्रसाद सिंह को लेकर साकारात्मक सोच है। लोग कह रहे है भाजपा यदि जौनपुर से अगर इनको लोकसभा का टिकट दे रही है तो चुनाव जीतने की संभावना बढ़ जायेगी। जनता मे हरेन्द्र सिंह के प्रति एक सहानुभूति की लहर चल रही है। लोग कह रहे है इतना बड़ा मुसीबत जिगर का टुकड़ा सदैव के लिए जुदा हो गया। इसके बावजूद भाजपा के लिए कार्य करना और जनता की समस्याओ को सुनना और निस्तारण करना। यह कोई महान तपस्वी ही कर सकता है। जो सुख और दुख को ईश्वरीय अनूभूति मानकर आगे बढ़ रहा हो। जेडी सिंह संपादक