दिल्ली। समाज विकास क्रान्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह से सतगुरु दर्पण संपादक जगदीश सिंह की विशेष बातचीत शनिवार सुबह साढ़े दस बजे के आस पास हुई। जिसमे उन्होंन कहा कि राजनीति जन सेवा है। एक दूसरे के दर्द को समझना है। यह कल्याण का मार्ग है। राज, राजाओ के पास है। अवशेष है दिखता है बिकता है। इतिहास दोहराया जाता है। राज घराने है शान है। शाही अन्दाज है,न्याय है।अन्याय का दण्ड है। राजा के बाद महाराजा है,जिनकी शान निराली है। जो परमसत्ता के करीब है। राज चला गया,महाराज की गद्दी है,नीति है। जिसमे तरह, तरह के विभेद है। विभ्रान्तिया है,सोच है,कुसोच है,गुण है दोष है। अनीति है। मंगल है। अमंगल है। परमसत्ता ही राजसत्ता को संचालित कर रही है। अहंकार है महिमा मंडन का। जब तक काशी विश्वनाथ की महिमा है। जिसमे बना हुआ अमृत रस का घडा है। जिससे जीवत्व मे शिवत्व का वोध होता रहता है। काशी आज की नही है। जिसका न आदि है न अन्त है। भोले बाबा जैसा चाहते है है। स्वरूप बना लेते है। मौज आया। काशी चमत्कृत है। विश्व की आध्यात्मिक नगरी है काशी। विश्व को शान्ति प्रदान करती है। दुनिया की हर आत्मा शिव से जुड़ी है। जीव और शिव का खेला है।अयोध्या मे राम विराजमान है। राजनीति धैर्यशील,क्षमाशील है,कल्याणकारी है। मंगलकारी है। नीति मे अनीति विषमय पैदा कर रही है। नफरत की राजनीति,सत्ता अहंकार,आज की परिपाटी बन गयी है। नर सेवा नारायण सेवा मे सबका भला है। श्री सिंह ने कहा कि काशी विश्वनाथ की कृपा से बनारस संसदीय सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ना है। पार्टी मंथन करने के बाद वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने का विचार बना लिया है। तय कार्यक्रम के अनुसार निर्धारण करके तत्परता अभियान चलाया जायेगा। ममत्व को जोडा जायेगा। अपनत्व की धारा के प्रवाह से शिवत्व को जगाया जायेगा। बंम बंम के गीत, गाते अलख लगाया जायेगा। भोला नगरी है सांसद बनायेगा तो बनायेगा उसकी मर्जी। विश्वनाथ धाम मे अर्जी डाल दिया हू। वह विश्व के नाथ है। तब न विश्वनाथ है। आगे उनकी मर्जी, जेडी सिंह सतगुरु धाम जौनपुर