जौनपुर। विकास खण्ड रामनगर के भटवार ग्राम सभा के राजस्व ग्राम बर्राह के शिव मंदिर के पुजारी बाबा हरिहर दास सिद्ध महापुरुष थे। सदैव साधना मे लीन रहते थे। शिव के उपासक थे। समय, समय पर दूर,दूर से साधु संत आते थे।सतसंग, भजन, कीर्तन,भण्डारा होता था। दास की साधना मे रात मे चाद और तारो को दृष्टि ध्यान से काफी देर तक निहारते थे। सुबह होते ही ऐसे ही सूर्य की साधना करते और अश्रु धारा नयनो से अविरल झर,झर गिरता रहता,जब उनसे पूछा गया बाबा चाद और सूरज की ओर काफी देर तक दृष्टि लगाकर ध्यान करने का मतलब क्या है। बाबा ने कहा कि चाद और सूर्य साक्षात देवता है। जिनकी धार्मिक मान्यता है। बताया की दृष्टि साधना दुनिया की सबसे बड़ी साधना है। सुबह सूर्य की ओर मुख करके दृष्टि से भगवान को देखा जाता है। रात मे चाद और तारो को देखा जाता है। जिसमे मन मंदिर मे सुखद ईश्वरीय अनूभूति मिलती। इस साधना से मनुष्य जीवन मे चाद व सूरज का साकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अश्रु धारा के बारे मे जब पूछा जाता तो बताये अध्यात्म मार्ग पर चलने वाला साधक जब भगवान से कनेक्ट होता है तो आख से आसू की दिव्य धारा चल पड़ती है। जो आनंद दायक होती है।
वर्तमान समय मे गांव के सहयोग से भव्य शिव मंदिर बन रहा है। माडल तालाब स्थित शिव मंदिर ऐतिहासिक और वर्षो पुराना है। आज भी भक्त शिव साधना मे लीन होकर शिवत्व की ओर आगे बढ़ रहे है। खण्ड विकास अधिकारी रामनगर श्रीमती रेनू चौधरी से माडल तालाब के सुन्दरीकरण पर चर्चा हुई। जिसमे बताया गया। तालाब पर कच्चा काम हुआ है। पक्का काम बाकी है। खण्ड विकास अधिकारी ने कहा कि तालाब के रमणीयता को देखते हुए जल्द ही तालाब पर घाट बनेगा। तालाब के चारो तरफ पाथवे बनेगा। लाइट लगेगी,जगह,जगह लोगो को बैठने के लिए सीमेंट सीट की कुर्सी भी लगेगा। अच्छे,अच्छे वृक्ष लगाये जायेगे। जेडी सिंह संपादक सतगुरु दर्पण, सतगुरु धाम बर्राह रामनगर जौनपुर
Home / सुर्खियां / शिव मंदिर स्थित माडल तालाब बर्राह का होगा काया कल्प,सिद्ध महापुरुष थे बाबा हरिहर दास, घण्टो दृष्टि साधना से चांद•सूरज को निहारते,आख से बहती गंगा की धारा