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जमलिया से नेवढिया विद्युत उपकेन्द्र को जोड़ने वाली 33 हजार लाइन के शिफ्टिंग का मामला,जानकार बता रहे 25 से तीस लाख के धनराशि का राजस्व विभाग का नुकसान होने की है संभावना

जौनपुर। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कुछ अधिकारी,कर्मचारी किस तरीके से विभाग का राजस्व क्षति पहुंचा रहे है। जिसका जीता जागता उदाहरण मड़ियाहू के जमलिया मे देखा जा सकता है। हुआ यह कि 33 हजार की लाइन जो नेवढिया विद्युत उपकेन्द्र को जोड़ती है। जमलिया मे लाइन सीधी थी। किसी का कई बीघे मे बाउन्ड्री बन रहा था। लाभ पहुंचाने के लिए लगभग 150 मीटर लाइन शिफ्ट की गयी है। जिसकी स्थानीय जनमानस मे चर्चा है। विभागीय औपचारिकता पूरी हुई है कि नही यह विभाग जानता होगा। जबकि अभी दो खंभे बाउन्ड्री के अन्दर है और लगभग एक दर्जन खंभे बाउन्ड्री से सटे है जो आगे सीधी लाइन से जुड़ जाते है। मौके पर जो भी देखता है यही कहता है लाइन कभी टेडी नही होती है। हमेशा सीधी रहती है। विद्युत खण्ड अधिकारी नेवढिया से जब कुछ दिनो पहले जमलिया मे 33 हजार लाइन शिफ्टिंग पर बात हुई तो उन्होंन कहा कि बाउन्ड्री बनाते समय विद्युत एक्ट का उल्लंघन किया गया है। लेकिन लाइन शिफ्ट नही हुआ है। जब लाइन बनी होगी तो रोड मैप भी बना होगा। विभाग ईमानदारी से जांच करवाले तो सच्चाई सामने आ सकता है। कहा कि कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया गया है। रिसिविग होने पर बताया जायेगा। इस बीच उन्होंन वाट्सप पर एक संदेश पीडीएफ फाइल मे भेजा। जिसमे संवधित की चर्चा है और कार्रवाई की बात कही गयी है। कार्रवाई की नोटिस पर विभाग के अधिकारी का न तो सिग्नेचर है न ही तारीख डाला गया है। 9026250071 नंबर के वाट्सप से 9628198350 नंबर के वाट्सप पर पीडीएफ फाइल मे लिखे संदेश मे उस व्यक्ति को दोषी बताया गया है। जिसकी बाउन्ड्री बनी है। जब विद्युत खण्ड अधिकारी नेवढिया से सवाल किया गया वाट्सप पर भेजे गये नोटिस संदेश मे तारीख और सिग्नेचर नही है के जबाब मे बताया गया रफली भेज दिया गया है। हालांकि 19 जुलाई 2023 को भेजे गये पोस्ट को विभागीय अधिकारी द्वारा अब डिलीट कर दिया गया है। लाइन शिफ्टिंग मामले मे विद्युत विभाग के जानकारो का कहना है कि लगभग पच्चीस से तीस लाख धनराशि का विद्युत विभाग के राजस्व का नुकसान हुआ तो फायदा किसको, किसको है जाच का विषय है। जगदीश सिंह संपादक

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