दिल्ली। भाजपा का भयमुक्त, भष्टाचार मुक्त का नारा थोथा साबित हो रहा है, हालांकि वर्षों का कोढ़ साफ करने का प्रयास किया जा रहा है।देखिए कब तक रामराज्य आता है। सबका साथ,सबका विकास की कोशिश है। सोच बदल रहा है।देश.बदल ...
Read More »उस सार्थक मे जो जीना सीख लिया, वह सन्यासी है
एक कहानी मैंने सुनी है—एक था चूहा, एक थी गिलहरी। चूहा शरारती था, दिनभर चीं—चीं करता हुआ मौज उड़ाता। गिलहरी बड़ी भोली— भाली थी, टीं—टीं करती हुई इधर—उधर घूमा करती। संयोग से एक बार दोनों का आमना—सामना हो गया। अपनी ...
Read More »जिसके पास गुरु नही, उसका जीवन अभी शुरु नही
🍁🍁🕉श्री परमात्मने नमः 🙏🙏🍁🍁 गोस्वामी तुलसीदासजी ने एक बड़ी गूढ़ बात कही है रवि पंचक जाके नहीं, ताहि चतुर्थी नाहिं। तेहि सप्तक घेरे रहे, कबहुँ तृतीया नाहिं।। गोस्वामी तुलसीदासजी महाराज कहते हैं कि जिसको रवि पंचक नहीं है, ...
Read More »नृत्य ही पूजा, नृत्य ही ध्यान, आम आदमी आज भी नाच रहा है, सभ्य आदमी नाच भूल गया है
*ओशो:-* नाचने का अर्थ, तुम्हारी ऊर्जा बहे मेरे लिए नृत्य ही पूजा है। नृत्य ही ध्यान है। नृत्य से ज्यादा सुगम कोई उपाय नहीं, सहज कोई समाधि नहीं। नृत्य सुगमतम है, सरलतम है। क्योंकि जितनी आसानी से तुम अपने ...
Read More »जो होना है होगा, एतिहात के तौर पर सावधानी जरुरी,प्रकृति ही सब कुछ है जो चाहती है वहीं होता है, सबका अपना -अपना प्रारब्ध है, महाबीर दास
ठाणे।मुबंई।पोखरण रोड के खोपट मे स्थित कबीर मठ के महन्त महाबीर दास जी ने बातचीत के दौरान बताया कि प्रकृति की अपनी लीला है।जिसे समझ पाना बडा़ मुश्किल है। जो भटकाव की ओर है उसे समझ मे नही आयेगा।जो धर्म ...
Read More »भारत देश के प्रधानमंत्री मोदी को राजनैतिक माफियाओं से जान का खतरा, पूरा देश एकजुट होकर उनका साथ दे,आखिर बाबा रामदेव का ऐसा कहने के पीछे अभिप्राय क्या है ?
मुंबई। देश के प्रधानमंत्री मोदी को राजनैतिक माफियाओं से जान का खतरा है।इसलिए पूरे देश के लोग एकजुट होकर उनका साथ दे। सोशल मीडिया मे एक पोस्टर वायरल हुआ है।जिसमें योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा यह बात कहीं गयी है। ...
Read More »माया जैसा चाहती हैं, सबकों वैसा ही नाच नचाती है, आयु के दिन पूरा कर लेने मात्र से जीव का कल्याण संभव नहीं है
पालघर।मुबंई। परम पूज्य संत स्वामी अडगडानंद जी महाराज ने कहां कि राम राज बैठें त्रैलोका । हरषित भये गये सब सोका ॥ (रामचरितमानस,७/१९/७) राम का राज्याभिषेक होते ही तीनों लोकों का शोक समाप्त हो गया, खुशी की लहर दौड़ गयी ...
Read More »रस पी ले बन्दे तू राम नाम का,ये धन और दौलत किस काम का,परमहंस आश्रम हथेरा में श्रद्धा बाबा की रामकथा, लोग मोक्ष की ओर, बीज का नाश नहीं होता, राम रस जिसने पी ली उसकी जिन्दगी परमधाम यात्रा की ओर चल पडी
जौनपुर। राम सत्य हैं। नित्य हैं।विश्व व्यापी हैं।उनकी हर जगह चर्चा हैं।वह सबका नियन्ता हैं। धरती के हर जीव पर उसकी दाया और माया हैं। वह सबका भला करता है। राम विश्व मे शान्ति चाहते हैं।रावण उत्पात मचाये हुए हैं। ...
Read More »मन को परमात्मा मे लगाना, ध्यान द्वारा चित्त को एकाग्र करना,योग का अर्थ क्रमशः: समाधि, जोड़ और संयमन होता है
पालघर।मुबंई योग शब्द का नाम आने पर जनसामान्य में कुछ शारीरिक क्रिया (आसन) की ही अवधारणा का प्रस्फुटन होता है । जो सही नहीं है इसलिये आयें देखें,योग क्या है?- योग शब्द ‘युज्’ धातु में ‘घञ्’ प्रत्यय लगाने से निष्पन्न ...
Read More »संतो की वाणी में जीवन को सफल बनाने का होता हैं संदेश, कलयुगी जीव कुछ न कुछ दुख भोग रहे,भगवान का नाम कैसे भी जपो लाभ ही होगा,जीवन मे राम नाम हीं आधार है पाप से मुक्ति के लिए,हर हर महादेव
अयोध्या।। न देहबन्धनं कदापि गेहजापि संस्मृति: न लौकिकी कथा कदापि कर्णगोचरा क्वचित् सदैव जन्म पावना हरेजपस्य सद्ध्वनिः दहन्त्यघौघमद्भुतं कलेगतिंच शाश्वतीम् (७) “श्री महाराज के दर्शनों में मानव को न तो अपने देह-गेह की सुधि रहती है और न संसार की ...
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