मड़ियाहू। जौनपुर। अनन्त श्री विभूषित स्वामी प्रमोदानंद महाराज ने कहां कि ब्रम्ह एक है।जो हर जगह विराजमान है। वह अजन्मा है।उसका कभी इति नहीं है।सृजनकर्ता है।संहारक है।सृष्टिकर्ता है।उन्होंने कहा कि मनुष्य को कर्म के साथ सत्कर्म भी करते रहना चाहिए। ...
Read More »चीजें हमेशा वैसा नहीं होतीं, जैसी दिखतीं है
एक साधु अपने शिष्य के साथ किसी अंजान नगर में घूमते हुए पहुंचे। रात बहुत हो चुकी थी इसलिए वे दोनों रात गुजारने के लिए किसी आसरे की तलाश कर रहे थे। तभी शिष्य ने अपने गुरु के कहने ...
Read More »कृष्ण लीला;”” परछाई न पकड़ पाने पर रोना,फिर माँ का मुग्ध होना
कृष्ण लीला- परछाई ना पकड़ पाने पर रोना। एक दिन कान्हा को नई लीला सूझी भगवान का काम नित्य नयी नयी लीलाएं करके माता को आनंदित करना था। पूर्व जन्म में नंद बाबा और यशोदा मैया ने भगवान की उपासना ...
Read More »माँ गंगा करती है भगवान शंकर के शिवलिंग पर जलाभिषेक
झारखंड के रामगढ़ में एक मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान शंकर के शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती हैं. मंदिर की खासियत यह है कि यहां जलाभिषेक साल के बारह महीने और चौबीस घंटे होता ...
Read More »इटियाबीर गांव का राधाकृष्ण मंदिर लोगों के आस्था का केन्द्र,कर भला तो हो भला
मडियाहू।जौनपुर।स्थानीय तहसील से पूर्व दस किलोमीटर की दूरी पर सीतमसराय,इटाए मार्ग स्थित इटियाबीर गांव का राधा कृष्ण मंदिर लोगों के आस्था का केन्द्र है।पूज्य महाराज श्री श्याम दास जी विगत सत्तर वर्षों से साधनारत है।पूज्य महाराज जी कहते है कर ...
Read More »जब कृष्ण भगवान को नजर लगी तो गाय के पूंछ से उतारा गया, एक ऐसा शिक्षा मित्र जो अनाथ गायों की करता है सेवा
जौनपुर। गाय को माता कहां जाता है।हिन्दू धर्म मे गौ सेवा का महात्म्य है। पहले गायों की हर गांव हर परिवार में संख्या रहती थी। परिवार का हर सदस्य खाना खाने के पहले एक रोटी गाय को निकालते थे। खाना ...
Read More »प्रयागराज कुंभ मे स्वच्छता देख खुश हो जाता है तबियत, संत सेवा से खुद को मिलता है शांति और शकून
मड़ियांहू। जौनपुर। मानव जीवन परोपकारी होता है। यह तब संभव है जब हम धार्मिक हो। धर्म हमें आपस में जोड़ता है।दया, दीनता,प्रेम,भाईचारा का भाव उत्पन्न कर सदमार्ग की ओर ले जाता है। मड़ियांहू नगर के राजकुमार मोदनवाल धार्मिक है। धर्म. ...
Read More »भक्ति अध्यात्मिक ज्ञान की एक विधि,प्रामाणिक गुरु के सानिध्य में भक्ति हो तो अज्ञान का प्रश्न ही नही उठता, प्रस्तुति उमाकांत बरनवाल, गोपालापुर. जौनपुर
इति गुह्यतमं शास्त्रमिदमुक्तं मयानघ । एतद्बुद्ध्वा बुद्धिमान्स्यात्कृतकृत्यश्च भारत ॥ १५-२०॥ BG 15.20: हे अनघ! यह वैदिक शास्त्रों का सर्वाधिक गुप्त अंश है, जिसे मैंने अब प्रकट किया है | जो कोई इसे समझता है, वह बुद्धिमान हो जाएगा और उसके ...
Read More »भाव से भगवान जैसी सोच वैसी अनूभूति,जीवन तभी सुगम और सफल है जब मन निर्मल है
कुंभनगरी। प्रयागराज। यथार्थ गीता कैम्प में नित्य शक्तेगढ़ मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के पूज्य संत स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज का प्रवचन चल रहा है। भक्तों के बीच महाराज जी पावन संदेश के माध्यम से मन के बिकार को दूर करने की ...
Read More »यूपी का प्रयागराज कुंभ विश्व शांति का प्रतीक, संगम तट पर ईश्वर की दिव्य अनूभूति, बेहतर व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र
जौनपुर। विश्व के लोग अशांति की ओर है। ऐसे मे प्रयागराज कुंभ शांति का प्रतीक है।भारतीय धार्मिक संस्कृति में संत दर्शन का विशेष महत्व है। संगम तट पर अनादि काल से कुंभ,अर्धकुंभ का आयोजन होता आ रहा है। संतो के ...
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